हिमाचल में कई दिनों से बारिश हो रही है। जिसके कारण नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है, इसे देखते हुए लोगों को नदी-नालों के पास न जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने आज तीन जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी कांगड़ा, शिमला और चंबा जिलों को दी गई है।
4 जिलों में मानसून धीमा
वहीं, चार जिलों सिरमौर, किन्नौर, ऊना और लाहौल स्पीति में मानसून ने अभी तक गति नहीं पकड़ी है। इन जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। पिछले कुछ दिनों से हुई बारिश के बाद प्रदेश में 60 से अधिक सड़कें बंद हैं। इनमें 45 सड़कें ऐसी हैं जो एक सप्ताह से बंद हैं।
नदी का जल स्तर बढ़ने से रेलवे ट्रैक का पुल बहा
उत्तर प्रदेश में बारिश के चलते जगह-जगह जल भराव हो गया है। वहीं अब जिला पीलीभीत में बाढ़ की स्थिति भी बनी हुई है। जल भराव होने के साथ साथ पुलों के टूटने का सिलसिला भी जारी है। अब शारदा नदी का जल स्तर बढ़ने से रेल लाइन के नीचे की पुलिया बह गई जिससे रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।
मुंबई में बारिश के कारण स्कूल-कॉलेज बंद
वहीं मुंबई में छह घंटों में करीब 300 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। जिसके कारण इलाकों में जलभराव हो गया। मुंबई में बीएमसी ने सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों में आज के लिए छुट्टी घोषित कर दी है।रेलवे ने बताया कि ट्रैक पर पानी भरने के कारण मुंबई डिवीजन की 5 ट्रेनें कैंसिल कर दी गई। वहीं कुछ लोकल ट्रेनें भी कई घंटों की देरी से चल रही हैं।
आज 11 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने सोमवार के लिए 11 राज्यों- सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक में बहुत भारी बारिश का अलर्ट और 10 राज्यों- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
वहीं उत्तराखंड में पिछले 4 दिनों से जारी तेज बारिश के कारण केदारनाथ, बद्रीनाथ हाईवे समेत 115 से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं। चार धाम यात्रा रोक दी गई। इससे जगह-जगह 6 हजार श्रद्धालु फंसे हैं। गंगा, अलकनंदा, भागीरथी समेत कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं।
असम में 22 लाख लोग बाढ़ में फंसे
असम में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। रविवार को बाढ़ में 8 और लोगों की मौत गई है। इससे इस साल की बाढ़, लैंडस्लाइड और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है। काजीरंगा नेशनल पार्क में 128 जानवर जान गंवा चुके हैं। 28 जिलों के 3,446 गांवों में 22.74 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।