जालंधर में भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना दिया। पराली जलाने को लेकर किसानों पर पर्चों को रद्द करवाने के लिए पंजाब सरकार के खिलाफ चार घंटे तक प्रदर्शन किया गया।
सरकार बेवजह दर्ज कर रही मामले
भारतीय किसान यूनियन जालंधर के जिला प्रधान सलविंदर सिंह जानिया ने कहा कि पहले केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ किसानों को लंबे समय तक धरना देना पड़ा और अब पंजाब सरकार पराली जलाने को लेकर किसानों पर बेवजह मामले दर्ज कर रही है, जबकि 4 से 5 फ़ीसदी पॉल्यूशन पराली से हो रहा है बाकि पॉल्यूशन फैक्ट्रियों से आ रहा है उसकी तरफ पंजाब सरकार और प्रशासन का ध्यान नहीं जाता।
सरकार किसानों को दबा रही
हरप्रीत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार जिस तरह से किसानों को दबाने में लगी हुई है इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि बाढ़ के कारण कई किसान बेघर हो गए और जिन्हें सही मुआवजा नहीं दिया गया है। अब पराली के मामले में 932 किसानों पर पर्चे दर्ज कर दिए है, जो की नाजायज हैं डीसी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन इसलिए किया क्योंकि उनकी मांगों को सरकार ने नहीं सुना।