ख़बरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : किसानों के तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन के दूसरे दिन भी ट्रेनों की रफ्तार थम गई है। रेलवे के मुताबिक 381 यात्री और मालगाड़ियां प्रभावित हुई हैं। जिससे यात्रियों को तो नुकसान हुआ ही साथ में रेलवे को लाखों रुपए के रेवेन्यू का भी नुकसान झेलना पड़ा है। फिरोजपुर मंडल के अधिकारी ने बताया कि किसानों ने 13 जगहों पर धरना प्रदर्शन करते हुए रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से बंद कर दिया है। जिस वजह से ट्रेनों का संचालन नहीं किया जा रहा है।
20 हजार यात्रियों को लाखों रुपए किए गए रिफंड
आंदोलन के चलते 227 ट्रेनें रद्द की गई हैं। रद्द ट्रेनों की संख्या- 227, शार्ट टर्मिनेट 73, शार्ट ओरिजिनेट 31 और 50 ट्रेनों का रुट डायवर्ट किया गया है। रेलवे के मुताबिक 20 हजार से अधिक यात्रियों को 15 लाख के करीब राशि रिफंड कर दी है। शनिवार को भी किसानों द्वारा रेल रोको आंदोलन जारी रखा गया तो रेलवे को इसका नुकसान करोड़ों रुपए में झेलना पड़ सकता है।
यात्रियों की सहूलत के लिए लगाए गए हेल्प डेस्क
रेल यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने निर्णय लिया कि प्रभावित यात्री गाड़ियों का पूर्णतया रद्दीकरण, आंशिक रद्दीकरण एवं कुछ ट्रेनों को मार्ग परिवर्तित करके यथा संभव संचालित किया जाए। मालगाड़ियों का संचालन स्थिति के अनुसार किया जा रहा है। यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए स्टेशनों पर हेल्पडेस्क लगाए गए हैं। टिकट रद्दीकरण के कारण रिफंड लेने के लिए स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटरों की व्यवस्था की गई हैं। यात्रियों को खान-पान की सुविधा मिल सकें, इसके लिए स्टेशनों पर खान-पान की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है| रेलवे स्टेशनों पर लगे पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम द्वारा अनाउंस करके यात्रियों को ट्रेनों की अधतन जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है। आवश्यकता के अनुरूप रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य यातायात की भी व्यवस्था है।
इन 13 जगहों पर किसानों ने दिया धरना
13 स्थानों पर रेल रोको आंदोलन चल रहा है, जो इस प्रकार है- मानांवाला-जंडियाला स्टेशनों के बीच लेवल क्रॉसिंग गेट C-5, जालंधर कैंट यार्ड, फिरोजपुर कैंट यार्ड, गोलेहवाला यार्ड, फाजिल्का यार्ड, मल्लांवाला खास यार्ड, तलवंडी यार्ड में लेवल क्रॉसिंग S-62, मोगा यार्ड, अजीतवाल यार्ड में लेवल क्रॉसिंग S-42, गुरदासपुर यार्ड, होशियारपुर यार्ड, तरनतारन यार्ड और मजीठा यार्ड।