जालंधर में ईडी की टीम ने टेंडर घोटाले में फंसे पूर्व कांग्रेस मंत्री भारत भूषण आशु के मामले में अलग-अलग जगहों पर 2.76 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की है। ईडी ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल व्यक्तियों की अटैच की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य हिस्सों में स्थित अचल संपत्तियां और एफडीआर, सोने के आभूषण, बुलियन और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। फूड एंड सिविल सप्लायर की कमान संभाल रहे थे, तब उन पर करीब 2,000 करोड़ रुपये के टेंडर में धोखाधड़ी का आरोप लगा था। वहीं ईडी ने आज आशु को अपने जालंधर ऑफिस में तलब किया। आशु दफ्तर पहुंच गए है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
ईडी को मिली थी 5 सरकारी संपत्तियों की जानकारी
तलाशी के दौरान ईडी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की 5 सरकारी संपत्तियों की जानकारी मिली थी। पिछले साल छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी को यह संभावना दिखी थी कि ये संपत्तियां घोटाले के पैसे से खरीदी गई हैं। जांच एजेंसी ने तलाशी के दौरान मिले करीब 30 लाख रुपये भी जब्त कर लिए हैं और आगे की जांच शुरू कर दी है।
ट्रांसपोर्टेशन-सप्लाई के नाम पर फर्जी गाड़ियों का इस्तेमाल
बता दें कि पंजाब की मंडियों में Labor and transportation टेंडरों में काफी बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई थी। इस मामले की जांच के दौरान यह जानकारी भी सामने आई है कि ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर कई फेक गाड़ियों का इस्तेमाल और दुरुपयोग किया गया। जिसके बाद आशू के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
जब पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु फूड एंड सिविल सप्लायर की कमान संभाल रहे थे, तब उन पर करीब 2,000 करोड़ रुपये के टेंडर में धोखाधड़ी का आरोप लगा था।