हमारा शरीर लगभग 70 प्रतिशत पानी का होता है। इसलिए शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी पीना जरुरी होता है। लेकिन क्या पानी पीने का आपका तरीका सही है? ये सवाल आप अपने आस-पास रखे पानी की बोतल और गिलास को देख कर दे सकते हैं। दरअसल कई लोग अपने आस-पास रखे 1 ही बोतल और गिलास से पानी पीते रहते हैं। वे कभी इस बोतल और गिलास को साफ करने की जरुरत भी नहीं समझते। जब तक उन्हें समय न मिले वे लगातार एक ही गिलास में पानी पीते रहते हैं। धोने के नाम पर वो बस पानी से गिलास को धो को दोबारा इस्तेमाल करने लगते हैं। जबकि, ये आदत आपके लिए नुकसानदेह हो सकती है। क्या कभी आपने सोचा है कि क्या होगा अगर हम उस सादे पानी के गिलास को धोकर एक सप्ताह तक पीते रहें? इसका जवाब है कि आप कई बीमारियों की चपेट में आ चुके होंगे.
एक ही गिलास से कई बार पानी पीने से बीमारी का खतरा
आपको उस गिलास या फिर से पानी की बोतल को फिर से भरने से पहले अच्छी तरह से साफ़ करना चाहिए। नही तो यह आदत आपके स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकती है। पीने का पानी आपके शारीरिक कार्यों के लिए जरुरी है। ध्यान रखें कि आप अपने आप को हानिकारक बैक्टीरिया के संपर्क में ला रहे हैं और एक ही गिलास से कई बार पानी पीने से बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक इस्तेमाल किया हुआ पानी का गिलास जो गंदा नहीं दिखता है, वह भी एक गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। डॉक्टरों की मानें तो बिना धुले गिलास में पूरी सफाई के बिना नोरोवायरस एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक जीवित रह सकता है। यह बेहद संक्रामक वायरस उल्टी और दस्त का कारण बनता है। अगर आप एक ही गिलास पानी को बिना धोए एक हफ्ते तक इस्तेमाल करते हैं तो उसकी सतह पर बैक्टीरिया पनपने लगेंगे। यहां तक कि अगर आप इसे ताजा पानी से भरते हैं, तो बिना धुले गिलास पर बैक्टीरिया तेजी से बढ़ सकते हैं और आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
ये समस्याएं हो सकती हैं-
-नमी के कारण नोरोवायरस जैसे वायरस पनप सकते हैं जिससे आपको इंफेक्शन हो सकता है।
-साथ ही जब आप पानी पहले से भर कर रखते हैं तो इस फ्रेश पानी में बैक्टीरिया बढ़ते हैं जिससे आपको फूड प्वाइजिंग हो सकती है।
-इस पानी को पीने से कई बार टाइफाइड और डायरिया की समस्या हो सकती है।
-ये पेट दर्द, मतली और उल्टी का कारण बन सकता है।
साबुन और पानी से धो लें
कुछ लोग गिलास को केवल पानी से धोते हैं। हालांकि हानिकारक जीवाणुओं को खत्म करने के लिए आपको कांच को साबुन और पानी दोनों से साफ़ करना चाहिए। इन गिलासों को अच्छे से धोएं। समय के साथ गिलास में बैक्टीरिया बायोफिल्म नामक एक कॉलोनी बना सकते हैं। एक और आदत जो लोग बिस्तर पर जाने या काम करने से पहले करते हैं वह खुली हवा में एक गिलास पानी छोड़ कर सोना/बैठना है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह पानी जिसे आप पीएंगे, कांच के चारों ओर धूल के कणों या अन्य बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकता है। सोने से पहले अपने नाइटस्टैंड पर ढक्कन वाली पानी की बोतल रखना सबसे अच्छा है।
पानी भी बदलते रहें
अपनी पानी की बोतल या पानी के गिलास को साफ करने के अलावा अपने कंटेनर को हर रोज ताजे पानी से भरना भी जरूरी है। अगर इसे कुछ दिनों में भी नहीं बदला गया तो पानी में बैक्टीरिया भी पनप सकते हैं।