जालंधर में कपूर अस्पताल के डॉक्टर पर बच्ची का ईलाज करवाने आए परिजनों से मारपीट के आरोप लगे हैं। बच्ची के परिजनों का कहना है कि वह कपूर अस्पताल से डिस्चार्ज करवा कर उसे किसी दूसरे अस्पताल में लेकर जाना चाहते थे। पर इस दौरान डॉक्टर ने उनके साथ बहस करनी शुरू कर दी और फिर उसके बाद अस्पताल के स्टाफ के साथ मिलकर पीटा।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पीड़ित अरविंद ने बताया कि परशुराम नगर के हमारे पड़ोसी ने कपूर अस्पताल में अपना बच्चा एडमिट करवाया था। बच्चे की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने कहा कि उसे आईसीयू में भर्ती करवाना होगा। जब मैंने परिवार को इस बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि बच्चे की छुट्टी करवा दें, हम उसका दूसरे अस्पताल में ईलाज करवाएंगे।
अस्पताल स्टाफ ने कैद कर मारा
जब डॉक्टर को इस बारे में बताया उसने कहा कि तू नीचे आ। नीचे आने के बाद डॉक्टर और उसके स्टाफ ने परिजनों के साथ हाथापाई करनी शुरू कर दी। इस दौरान मैंने वीडियो बना रहा था तो इन्होंने मुझे भी मारा और मेरा सिर फोड़ दिया। कम से 15 से 20 लोगों ने मारा है। इसके बाद मुझे कैद करके अंदर बैठाया, फिर वहां भी मारा और कहा कि पहले वीडियो डिलीट करो।
डॉक्टर ने सेल्फ डिफेंस में मारा
वहीं इस घटना पर डॉक्टर ने कहा कि हमारे अस्पताल में एक मरीज था जोकि सीरियस था। डॉक्टर ने परिजनों को साइन करने के लिए कहा। साइन करने के बजाय एकदम से 4 से 5 लोग उस पर चढ़ गए और उसे मारने लग पड़े। उन्होंने डॉक्टर के सिर पर गैस सिलेंडर मारा। उसे बचाने के लिए अस्पताल के स्टाफ आए। डॉक्टर ने सेल्फ डिफेंस में उन्हें मारा है।