खाना हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी होता है। हर दिन सही मात्रा और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेने से लोग फिट और तंदुरुस्त रह सकते हैं। लेकिन जरा सोचिए कि अगर आपको कई घंटों तक खाना न मिले, तो आपका रिएक्शन क्या होगा? सुनने में यह सब नॉर्मल लग रहा है, लेकिन खाना न मिलने पर आप गुस्सा और इर्रिटेट हो जाएंगे। आपकी भूख गुस्से में बदल जाएगी। बता दें कि भूख लगना एक शारीरिक प्रक्रिया है। जब भूख लगती है तो किसी भी काम में मन नहीं लगता है। इसी को लेकर एक कहावत भी है कि पहले पेट पूजा, फिर काम दूजा। यानी जब भूख लगती है तो दुनिया का सारा काम हम किनारे कर देते हैं और पहले खाने के प्रति ध्यान देते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जब उन्हें तेज भूख लगती है तो वह तेज गुस्से में आ जाते हैं। इसे हम हैंगर के नाम से जानते हैं। आपको बताते हैं कि आखिर भूख लगने पर क्यों गुस्सा आता है?
दरअसल जब आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं तो इससे आपका रक्त शर्करा गिरता है। तब आपका शरीर आपके ग्लूकोज के स्तर को सामान्य स्तर तक बढ़ाने के लिए हार्मोन एड्रेनालाईन जारी करता है। इसमें आपका शरीर आपको खतरे से निपटने के लिए तैयार करता है। लेकिन जब कोई खतरा मौजूद नहीं होता है तो आप उस अतिरिक्त ऊर्जा से चिड़चड़े और गुस्सा हो जाते हैं। वहीं इस दौरान कॉर्टिसोल हार्मोन का रिलीज भी होता है इसके कारण भी तनाव का एहसास होता है। वहीं जैसे ही आपके शरीर में कुछ खाना पहुंचता है वैसे ही पाचन क्रिया काम करने लगती है। पोषक तत्व आपके खून में पहुंचते हैं इसके बाद यह आपके शरीर के हर अंग के पास जाते हैं। इससे आपको एनर्जी मिलती है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं।
हैंगर को ऐसे करें मैनेज
जैसे ही आपको भूख लगती है इसे नजर अंदाज करने के बजाय आप संतुलित आहार का सेवन करें। सही तरीके से और सही समय पर खाना खाने से आपका मूड बिहेवियर, हेल्थ पर सही असर पड़ता है। ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक हो।
क्या कहती है स्टडी?
जर्नल्स डॉट प्लॉस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भूख और गुस्से के कनेक्शन को लेकर यह स्टडी ब्रिटेन की एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी (ARU) और ऑस्ट्रिया की कार्ल लैंडस्टीनर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के रिसर्चर्स ने की। शोधकर्ताओं की टीम ने स्टडी में पाया कि गुस्सा और चिड़चिड़ापन जैसी भावनाएं भूख से जुड़ी हुई हैं। इस स्टडी का मकसद यह पता करना था कि भूख लोगों की भावनाओं को दिन-प्रतिदिन के स्तर पर कैसे प्रभावित करती है। इस स्टडी में सेंट्रल यूरोप के 64 वयस्क प्रतिभागियों ने भाग लिया था। शोधकर्ताओं ने 21 दिनों की अवधि में भूख के स्तर और भावनात्मक बदलावों को रिकॉर्ड किया था।
स्टडी में शामिल लोगों ने दिन में पांच बार स्मार्टफोन ऐप पर अपनी भावनाओं और भूख के स्तर की सूचना दी। इसने डेटा संग्रह को प्रतिभागियों के रोज़मर्रा के वातावरण जैसे कि उनके कार्यस्थल और घर पर रहने की छूट दी। अध्ययन में पाया गया कि भूख गुस्सा और चिड़चिड़ापन की मजबूत भावनाओं से जुड़ी है। हालांकि भूख लगने पर प्रतिभागियों द्वारा महसूस की गई खुशी काफी कम थी। शोधकर्ताओं ने उम्र, लिंग, बॉडी मास इंडेक्स, आहार व्यवहार और व्यक्तिगत व्यक्तित्व लक्षणों जैसे फैक्टर्स के आधार पर स्टडी का निष्कर्ष निकाला।
ये रहीं वो 6 टिप्स जिनसे अपने गुस्से को करें काबू
क्रोध एक सामान्य, स्वस्थ भावना है, और हम सभी को तमाम मौकों पर गुस्सा आता है। लेकिन, जब यह नियंत्रण से बाहर है, यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ आपको अपनों के साथ रिश्तों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। गुस्सा दिल के दौरे, स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर के खतरे को बढ़ा सकता है। जो भी वयक्ति गुस्से का शिकार होता है वो सामाजिक मेलजोल में भी पिछडा़ रहता है। जो लोग गुस्सा ज्यादा करते हैं उनके लिए ये कुछ टिप्स हैं जिनसे आप अपने गुस्से को काबू में रख सकते हैं-
1-कुछ भी बोलने से पहले अपने विचारों पर ध्यान दें क्योंकि हो सकता कि आपकी बात से किसी को गुस्सा आ सकता है।
2-अपने गुस्से के संकेतों को पहचानें - जब आप गुस्से में होते हैं तो आपके दिल की धड़कन तेज हो जाती है, और आप अधिक तेजी से सांस लेते हैं, इन चुनौतियों पर काबू पाने के लिए प्रयास करें।
3-अगर बहुत गुस्से में हों तो 10 या उससे आगे की गिनती गिनें इससे ये फायदा होगा कि आपका गुस्सा शांत हो जाएगा या उसकी तीव्रता कम हो जाएगी।
4-धीरे-धीरे सांस लें और आराम करें- तीन से चार बार सांस लें और सांस छोड़ें, जब आप सांस लें फिर आप 3 तक गिनें फिर 3 सेकेंड तक सांस को होल्ड करें फिर जब सांस छोड़ें तो 3 तक गिनें ऐसा करने से आप गुस्से को मात देने में काफी हद तक कामयाब रहेंगे।
5-रोज रात में पर्याप्त नींद लें- क्योंकि नींद पूरी ना होने का स्थिति में आप तमाम समस्यायों से ग्रसित हो सकते हैं। रात की अच्छी नींद आपके मूड को सुधार सकती है और गुस्से को कम कर सकती है।