Digital census will be held for the first time in the country on December 31 : देशभर में 1 जनवरी 2025 से जनगणना का काम शुरू हो जाएगा। जनगणना के आंकड़ों में कोई परिवर्तन ना हो इसलिए सभी राज्यों की सीमा 31 दिसंबर 2024 को सील कर दी जाएगी। घर-घर जाकर होने वाली पहली बार डिजिटल जनगणना के लिए 34 सवालों का एक फॉर्म तैयार किया गया है। जिसमें प्रगणक घर के मुखिया से जानकारी प्राप्त करेंगे। जनगणना करने वाले प्रत्येक प्रगणक को 25000 का भुगतान किया जाएगा।
बैंक खातों से संबंधित जानकारी नहीं लेंगे
प्रमुख रूप से घर में मुख्य अनाज, खाना पकाने का ईंधन,पीने के पानी का स्रोत, शौचालय की सुविधा, वाहन की उपलब्धता, घर में बिजली की उपलब्धता, गंदे पानी का निकास, नहाने की सुविधा उपलब्ध है, या नहीं। इस बार की जनगणना में बैंक खातों से संबंधित जानकारी नहीं ली जाएगी।
हर व्यक्ति को एक आईडी नंबर मिलेगी
मोबाइल फोन और इंटरनेट की जानकारी, जाति व्यवस्था के लिए (SC ST एवं अन्य) घर के सदस्यों की संख्या, उम्र, घर पक्का है या कच्चा, यह जनगणना फार्म में शामिल किए गए हैं। परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को एक आईडी नंबर भी डिजिटल जनगणना में दिया जाएगा।
150 परिवारों की जानकारी जुटाने का लक्ष्य
जाति जनगणना को लेकर जो विवाद चल रहा है। उसे सरकार ने जनगणना फार्म में शामिल नहीं किया है। जनगणना में केवल SC ST पिछड़ा वर्ग एवं अन्य को शामिल किया गया है। जनगणना के लिए प्रत्येक प्रगणक के पास 150 परिवारों की जानकारी जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक परिवार के सदस्यों की संख्या, जाति,लिंग,और अन्य आवश्यक जानकारी डिजिटल फॉर्म प्रगणक (Digital form Enumerator) द्वारा दर्ज की जाएगी।