देश में लोकसभा चुनाव 2024 का दौर चल रहा है। पार्टियों के नेताओं का दल बदल थम नहीं रहा है। वहीं दिल्ली के कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि आप से गठबंधन को लेकर नाराज चल रहे थे।
अरविंद ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा है। उनका ये भी कहना था कि दिल्ली में कांग्रेस को केवल तीन ही सीटें दी गईं। लवली की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि इन तीनों सीटों में दो सीटें बाहरी व्यक्तियों को दे दी गई।
साल 2013 से 2015 तक अरविंद सिंह लवली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। अरविंदर सिंह लवली का जन्म साल 1968 में गांधीनगर में हुआ। बचपन से ही राजनीति में रुचि होने के कारण दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करते वक्त गुरु तेग बहादुर कॉलेज के स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष चुने गए। कुछ साल बाद वह भीमराव अम्बेडकर कॉलेज के चेयरमैन भी बने। साल 1990 में वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भी नियुक्त किये गए। 1992 से 1996 तक वह एनएसयूआई के महासचिव भी रह चुके हैं।
1998 में बने पहली बार विधायक
साल 1998 में लवली गांधीनगर से विधायक चुने गए। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में गांधीनगर में बुनियादी ढांचे का विकास किया। अरविंद सिंह लवली ने पूर्वी दिल्ली को बेहद अच्छी तरह से विकसित और समृद्ध क्षेत्र बनाया। उन्होंने अपने कार्यकाल में पूर्वी दिल्ली का पहला मेट्रो स्टेशन गांधीनगर में खुलवाया।
उन्होंने 6 सामुदायिक केंद्र, 5 स्कूल, 2 भूमिगत जल टैंक और 4 अस्पताल खोले और पूरे गांधीनगर में सीवर लाइन बिछाईं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान गांधीनगर क्षेत्र में 4 पुलों का निर्माण भी करवाया। अरविंद सिंह लवली साल 1998 से लेकर 2013 तक लगातार विधायक बने रहे। साल 2003 से 2013 तक वह दिल्ली सरकार में मंत्री भी बने रहे।