पंजाब में मौसम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। सुबह-शाम की ठंड के बाद अब दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन अभी पहले जैसी सर्दी ने दस्तक नहीं दी है। हाईवे पर प्रदूषण की वजह से स्मॉग देखने को मिल रही है।
वहीं, जालंधर के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की बात करे तो AQI 156 पर है। फिलहाल बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। सबसे अधिक गर्म फाजिल्का जिला रहा है। यहां पर तापमान 33.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अन्य जिलों का तापमान इससे नीचे ही रहा है।
15 नवंबर से सर्दी देगी दस्तक
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार पूरी तरह से सर्दी 15 नवंबर से शुरू हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार 15 नवंबर के बाद तापमान में लगातार गिरावट देखी जा सकती है। आपको बता दें कि दिल्ली में ठंड का असर नहीं होने के बावजूद देश के अन्य हिस्सों में तापमान गिर रहा है। इसके अलावा उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भी ठंड बढ़ती जा रही है।
चंडीगढ़ का AQI गिरा
जानकारी के मुताबिक, पराली जलाने के नए मामले 286 आए हैं। इस वजह से इलाके में AQI स्तर लगातार गिर रहा है। AQI गिरने के मामले में पंजाब से ज्यादा स्थिति चंडीगढ़ की खराब है। यहां पर AQI का स्तर 308 को तक पहुंच गया है, जो कि काफी खतरनाक माना जाता है।
स्मॉग गन का किया जा रहा प्रयोग
वहीं, पंजाब यूनिवर्सिटी और न्यू चंडीगढ़ के साथ लगते एरिया का AQI 268 के करीब रहा है। जबकि मोहाली से लगते एरिया में एरिया का AQI 309 दर्ज किया है। जिसे की वेरी पुअर स्थिति में रखा गया है। पटियाला और चंडीगढ़ में तो स्थिति सुधारने के लिए स्मॉग गन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
मंडी गोबिंदगढ़ का AQI सबसे खराब
वहीं, पंजाब में सबसे ज्यादा बुरा हाल मंडी गोबिंदगढ़ का रहा है। यहां पर AQI 280 दर्ज किया है। इसके बाद बठिंडा का AQI 220, पटियाला का AQI 219, खन्ना का AQI 181, लुधियाना का AQI 159 दर्ज किया गया है।
तोड़ा 54 साल का रिकॉर्ड
IMD के मुताबिक पंजाब में मौसम में आए बदलाव से रात के तापमान ने 54 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उनका कहना है कि रात का तापमान सामान्य से अधिक है, जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार रातें अधिक गर्म हो रही हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि रात का तापमान कम से कम 18 डिग्री दर्ज किया गया है। जो सामान्य तापमान से अधिक है। दिन का तापमान भी सामान्य से अधिक 31-32 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मानव जीवन में बदलाव और आसमान में गैसों से होने वाले प्रदूषण के कारण जलवायु में लगातार बदलाव हो रहा है। इस मौसम का फसलों पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है, अगर बारिश होती है तो फसलें प्रभावित हो सकती हैं।