लाडोवाल टोल प्लाजा पर ठेका कर्मचारियों ने अपना धरना खत्म कर लिया है। ADC हरदयाल बैंस के आश्वासन के बाद कर्मचारी टोल प्लाजा से हट गए। कर्मचारियों के इस धरने के कारण 6 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जिस कारण लोगों को ट्रैफिक की समस्या से उठानी पड़ी। जालंधर जाने वाले वाहनों को हांबड़ा रोड से डायवर्ट किया गया है।
वरिंदर सिंह मौमी ने कहा कि जल सप्लाई और सेनिटेशन, पावर कॉम और ट्रांस्को सहित सरकारी थर्मल प्लाटों और हाइडल प्रोजेक्टों, वेरका मिल्क और कैटल फीड प्लाटों, वाटर सप्लाई और सीवरेज बोर्ड, इनलिस्टमेंट कैटेगरी के जरिए 15 से 20 साल से काम कर रहे वर्कर्स को न के बराबर वेतन देकर काम करवाया जा रहा है।
पक्का न करने व मांगों को लेकर धरना
सरकारी विभागों में आउटसोर्स और इनलिस्टमेंट ठेका मुलाजिमों को संबंधित विभागों में मर्ज करके पक्का करने सहित अन्य मांगों के हल न होने के कारण आज धरना लगाया गया है।
सरकार ने मीटिंग करने का दिया था भरोसा
करीब 18 बार लिख कर सरकार ने मीटिंग करने का भरोसा भी दिया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला। उनकी मुख्य मांग है सरकारी विभागों को आउट सोर्स और इनलिस्टमेंट ठेका मुलाजमों को संबंधित विभागों में मर्ज करके पक्का किया जाए।
सरकारी विभागों के आउटसोर्स और इनलिस्टमेंट ठेका मुलाजिमों के वेतन 15 वीं लेबर कान्फ्रेंस के फार्मूले के मुताबिक कम से कम 30 हजार रुपए की जाए। सरकारी विभागों में कंपनियों और ठेकेदारों को बाहर निकाल कर विभागों और ठेका मुलाजिमों की हो रही लूट को बंद करवाया जाए।