सेंट्रल जेल पटियाला में फांसी की सजा काट रहे बलवंत सिंह रोजोआना से मिलने अकाली दल के पूर्व नेता बिक्रम मजीठिया पहुंचे। लेकिन एडीजीपी जेल ने उन्हें मिलने से इनकार कर दिया और कहा कि मुलाकात के लिए मंजूरी नहीं है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के केस में बलवंत रोजोआना फांसी की सजा काट रहा है।
जेल प्रशासन पर लगाए आरोप
बिक्रम मजीठिया जेल एडीजीपी व सरकार के खिलाफ कहा कि सरकार की मनमानी आम जनता पर भारी पड़ रही है।मजीठिया ने कहा कि पहले मंजूरी दी फिर मुकर गए।
भूख हड़ताल करने की कही बात
उन्होंने कहा कि मामला बेहद गंभीर है, भाई राजोआना ने भूख हड़ताल शुरू करने की बात कही है, जिसके चलते आज शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर चर्चा करने और समाधान करने के लिए आया था, लेकिन सरकार मामले को बिगाड़ने की साजिश कर रही है।
तबीयत बिगड़ी तो सरकार होगी जिम्मेवार
मजीठिया ने कहा कि अगर राजोआना जेल में भूख हड़ताल करता हैं या उसकी तबीयत बिगड़ती है तो इन सबके जिम्मेदार भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल होंगे।
SGPC के कार्यक्रता भी मिलने पहुंचे
दोषी बलवंत सिंह राजोआना से पटियाला जेल में मिलने पहुंचे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) नेताओं को भी पंजाब पुलिस ने रोक दिया। राजोआना की जेल में 5 दिसंबर से शुरू होने वाली भूख हड़ताल रुकवाने के लिए उससे मिलने पहुंचे थे।
SGPC शिष्टमंडल को पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने पटियाला जेल के बाहर ही रोक लिया। शिष्टमंडल को रोके जाने के बाद जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट हरचरन सिंह गिल बात करने के लिए पहुंचे। जिन्होंने कहा कि जेल प्रशासन की तरफ से मुलाकात के लिए मंजूरी नहीं मिल पाई है।