कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी मे गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा साहिब के अंदर पुलिस की तरफ से चलाई गई गोलियों का जिम्मेदार शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आप सरकार के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान को ठहराया है।
पुलिस के मार्च की वजह माहौल बिगड़ा
बिक्रम मजीठिया ने सीएम मान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पल-पल की जानकारी आईजी और एसएसपी सीएम को दे रहे थे। जिस दिन गोलियां चलाई गई, उससे एक दिन पहले गुरुद्वारा साहिब में माहौल शांतपूर्ण था और किसी तरह की दहशत भी नही थी। पुलिस से बेवजह से मार्च करवाया जा रहा था। जिसकी सारी वीडियो उनके पास है। जो सबूत के तौर पर संभाल कर रखी गई हैं।
जिस पत्रकार ने सारी फुटेज रिकॉर्ड की, उसे पीटा गया
मजीठिया ने कहा कि जिस पत्रकार ने ये सारी रिकॉर्डिंग की। उसका कैमरा तोड़ दिया गया था और उसक हाथों की उंगलियां तक भी तोड़ दी गई थी। पत्रकार ने हर चीज को रिकॉर्ड किया है। सरकार सरेआम गुरुद्वारा साहिब के अंदर घुसकर कब्जा छुड़ाने जा रही थी।
पुलिस अधिकारी पल-पल की सीएम को जानकारी दे रहे थे
मजीठिया ने आगे कहा कि इससे साफ पता चल रहा है कि आप सरकार ने दूसरे निहंग सिंह की पार्टी की स्पोर्ट की है। जिसकी चश्मदीद गवाह उनके पास हैं। वहीं पुलिस के आला अधिकारी पल पल की खबर सीएम मान को दे रहे थे। जिनके इशारे पर ही सारा घटना क्रम हुआ है।
मजीठिया ने पुलिस की वीडियो भी दिखाई
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि एक वीडियो में आईजी और एसएसपी ये कह रहा है कि वैपन थाने से लाने पड़ेंगे और एसएसपी कह रहे हैं कि वैपन उनकी गाड़ी में भी पड़े हुए हैं। जिसके बाद पुलिस की गाड़ी काफी तेज रफ्तार में वैपन लेने के लिए थाने जा रही है। जो सारा कुछ वीडियो में रिकॉर्ड है।
पुलिस की गोली से ही मरा पुलिसकर्मी
वहीं जिस पुलिस मुलाजिम की गोली लगने से मौत हुई है। वह निहंगों की गोली से नही मरा। बल्कि पुलिस की गोली बारी मे मारा गया है। इसकी जांच होनी चाहिए। क्योंकि गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा साहिब में भी एक वीडियो रिकॉर्डिंग हुई है। जिसमें किसी भी निहंग सिंह के पास बंदूक नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि जो भी किया गया है। सारा प्री प्लांड था।