खबरिस्तान नेटवर्क: Pahalgam Terrorist Attack में अब 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद पूरा देश गुस्से में है। वहीं अब इससे अमरनाथ यात्रा पर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं। 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है, जो 9 अगस्त तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकी हमला कर तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के बीच भय पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि यात्रा के लिए पहलगाम रूट अहम है। इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है।पहलगाम में हुए हमले ने पर्यटकों के बीच डर पैदा कर दिया है। इस हमले के बाद कश्मीर में पर्यटन प्रभावित हो सकता है।
38 दिनों की होगी यात्रा
इस साल अमरनाथ यात्रा कुल 38 दिनों की होगी। अमरनाथ यात्रा का समापन 9 अगस्त को होगा। इस बार शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन 38 दिन ही कर पाएंगे। बाबा अमरनाथ धाम की यात्रा दो प्रमुख रास्तों से की जाती है। इसका पहला रास्ता पहलगाम से बनता है और दूसरा सोनमर्ग बालटाल से। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को यह रास्ता पैदल ही पार करना पड़ता है।
जाने अमरनाथ यात्रा के दोनों रूट के बारे में
पहलगाम रूट
पहलगाम रूट से गुफा तक पहुंचने में करीब 3 से 5 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। पहलगाम अमरनाथ ट्रेक का बेस कैंप है, जो अमरनाथ गुफा से 47 किमी की दूरी पर है। सभी यात्री पहलगाम से अमरनाथ तक की यात्रा पैदल कर सकते है । पहला पड़ाव चंदनवारी के बेस कैंप से लगभग 16 किमी दूर है जिसके बाद असली ट्रेक शुरू होता है। अगला पड़ाव 3 किमी पर पिस्सु टॉप है जिसके बाद, आप 9 किलोमीटर की दूरी पर शेषनाग पहुचंते है।
शेषनाग के बाद पंजतरणी आता है, जो 14 किमी दूर है। 6 किमी और चलने के बाद, आप अमरनाथ की गुफा में पहुचेंगे।
ट्रेकिंग मार्ग : पहलगाम – चंदनवारी – पिस्सु टॉप – शेषनाग- पंचतरणी – अमरनाथ गुफा
बालटाल रूट
वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन इसमें सिर्फ खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं।
किन बातों का ध्यान रखें
अमरनाथ यात्रा पर ले जाने के लिए चीजें
गर्म कपड़े और ऊनी टोपी और मोज़े
हवा से बचने की जैकेट
सनस्क्रीन और कीड़ों से बचने की क्रीम
पानी से बचाने वाले जूते और कोट
ट्रेकिंग करने के लिए लाठी
स्टील की पानी की बोतल
फर्स्ट ऐड किट
अधिक बैटरी के साथ टोर्च
पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकवादी हमला
बता दें कि 2019 में पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकवादी हमला है। आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 2 विदेशी पर्यटकों सहित 27 लोग मारे गए।