प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बैठक में सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण अभियान को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। इस अभियान के अंतर्गत, स्कूली छात्राओं को वैक्सीनेशन के लिए लक्ष्य बनाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करना है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी खुद इसे लॉन्च कर सकते हैं।
यह पहल विशेष रूप से युवा छात्राओं को लक्ष्य बनाकर की जाएगी, ताकि उन्हें सर्वाइकल कैंसर के खतरों से बचाने के लिए जागरूकता और सुरक्षा प्रदान की जा सके। बता दें कि स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय ने संयुक्त रूप से इस अभियान की रूपरेखा तैयार की है।
वहीं इस अभियान को लॉन्च करने की तारीख एक से दो सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली है। पहले 100 दिन के कार्यकाल की समीक्षा बैठक में तय की जाएगी।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने क्या बताया
हेल्थ मिनिस्ट्री की सीनियर अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर का टीका शामिल करने की तैयारी लगभग पूरी है, बस सरकार की अंतिम निर्देश जारी करने का इंतेजार है। हालांकि देश के कुछ क्षेत्रों में महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए इस टीकाकरण यूज किया जाने लगा है। यह स्वदेशी रूप से क्वाड्रिवेलेंट वैक्सीन सेरवावैक नाम से मार्केट में उपलब्ध है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर एक महिलाओं में पाया जाने वाला एक आम और जानलेवा कैंसर है, जो वायरल इन्फेक्शन (HPV) के कारण होता है। इस टीकाकरण के माध्यम से इस कैंसर के खिलाफ बचाव को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।
स्कूलों से शुरू किया जाएगा ये अभियान
यह अभियान स्कूलों में विभिन्न अवसरों पर शुरू किया जाएगा, जिसमें स्कूली छात्राओं को वैक्सीनेशन के लिए आमंत्रित किया जाएगा। यहां तक कि युवा महिलाओं को भी इस अभियान का हिस्सा बनाया जा सकता है, ताकि वे भी सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ पूरी तरह से सुरक्षित रह सकें।
इस अभियान के माध्यम से सरकार द्वारा एक सामाजिक संदेश भी जारी किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य और जागरूकता के मामले में जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को भी इस अभियान के लिए तैयार किया गया है, ताकि वैक्सीनेशन कार्यक्रम सुचारू और सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके।
इस पहल के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विशेष रूप से युवा छात्राओं के स्वास्थ्य की देखभाल को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि वे अपने भविष्य में स्वस्थ्य रह सकें। इस प्रकार, सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज में स्वास्थ्य संवेदना को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है।
सीरम ने तैयार किया है टीका
बता दें कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने इस नई वैक्सीन को तैयार किया जो काफी प्रभावी है। वहीं इस वैक्सीन को भारत में एक साल पहले ही लॉन्च किया गया है। यह टीका भारतीय बाजार में करीब दो हजार रुपये प्रति खुराक की कीमत में उपलब्ध है, लेकिन सरकार इसे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करना चाहती है ताकि देशभर के सभी महिलाओं को मुफ़्त टीकाकरण की सुविधा मिल सके।