अमृतसर बाबा साहब अबेंडकर की मूर्ति तोड़ने को लेकर अभी भी दलित समाज के लोगों में आक्रोश है। इस मामले को लेकर पंजाब के कई शहरों में मंगलवार को बंद का आह्वान किया गया था। वहीं बुधवार को भी कपूरथला बंद है । इस बंद के चलते सुबह से ही सभी बाजारों में दुकाने बंद है। और बस स्टैंड पर भी शांति का माहौल है हालांकि कुछ स्कूल खुले है।
निकला जाएगा रोष मार्च
दलित समाज के नेताओ ने कल ही बाजार बंद की कॉल दे दी थी। इसी क्रम में कपूरथला में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की। दलित नेताओं तथा उनके सहयोगियों की तरफ़ से दोपहर को अलग अलग बाजारों से होते हुए एक रोष मार्च भी निकला जाएगा। जिसको लेकर मोहल्ला सहरिया में श्री शिखंडी मंदिर में नेता और दलित समाज के लोग पहुंचे है ।
200 से अधिक पुलिस कर्मचारी सुरक्षा में तैनात
वहीं दूसरी तरफ शहर की जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। इसकी जानकारी देते हुए एसपी मनजीत सिंह ने बताया कि 200 से अधिक पुलिस कर्मचारी सुरक्षा में तैनात किए हैं।
इस बंद के दौरान सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक इमरजेंसी सेवाओं को निरंतर जारी रखने की राहत है। दलित नेता चरणजीत सिंह हंस के अनुसार देर रात तक जिला प्रशासन उनके नेताओं से संपर्क कर बंद को स्थगित करने के लिए प्रभाव डाल रहे थे। लेकिन प्रदेश के बड़े दलित नेताओं के निर्देश पर कपूरथला में बंद को निरंतर जारी रखने का फैसला किया गया।
बैठक के बाद कपूरथला को बंद रखने का लिया गया फैसला
दलित नेता रोशन सभ्रवाल, जिया लाल नाहर व चरणजीत हंस ने बताया कि शहर के धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद ही कपूरथला को बंद रखने का फैसला लिया गया है। इस मौके वाल्मीकि धर्म युद्ध मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान जिया लाल नाहर, शिअद नेता परमजीत सिंह, वाल्मीकि संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान रोशन लाल सब्बरवाल, कमलेश्वर वाल्मीकि एजुकेशनल ट्रस्ट के जिला प्रधान चरणजीत हंस, वाल्मीकि नौजवान सभा से कोमल सहोता, भीम युवा फोर्स के पंजाब प्रधान अमनदीप सहोता, जिला प्रचारक आधस साबी लंकेश व अरुण सब्बरवाल व महिंदर सिंह आदि मौजूद थे।
24 सेकंड में 8 बार किया मूर्ति पर हमला
बता दें कि गणतंत्र दिवस अमृतसर में आरोपी आकाशदीप ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की कोशिश की। वह प्रतिमा तोड़ने के लिए माल्यार्पण करने के लिए लगाई गई सीढ़ी पर चढ़ गया और उसने हथौड़ा से मूर्ति पर मारना शुरू कर दिया। जिसके कारण मूर्ति टूट गई। उसने प्रतिमा के पास रखी संविधान की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। उसने 24 सेकंड में 8 बार किया वार। हालांकि घटना के बाद लोगों ने उसको पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।