अमेरिका में राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब ट्रंप ने पाकिस्तान समेत 43 देशों के लोगों की अमेरिका में एंट्री पर बैन लगा दिया है। इसमें से 11 देशों को रेड लिस्ट, 10 को ओरेंज और 22 को येलो लिस्ट में रखा गया है। ट्रंप सरकार इसके लिए एक ड्राफ्ट तैयार कर रही है।
लागू होंगी ये शर्तें
राजनयिक और सुरक्षा अधिकारियों की सिफारिशों में 11 देशों को रेड लिस्ट में रखने का सुझाव है, जिनके नागरिकों को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने से पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। जबकि ओरेंज लिस्ट वाले देशों के सिर्फ अमीर और व्यापारियों को शर्तों के साथ एंट्री दी जाएगी। वहीं येलो लिस्ट में शामिल देशों के लोगों को अनुमति तब मिलेगी, जब अमेरिकी चिंताओं का वे देश 60 दिन के भीतर समाधान कर देंगे।
रेड लिस्ट वाले देश
अधिकारियों के मुताबिक रेड लिस्ट में अफगानिस्तान, भूटान, क्यूबा, ईरान, लीबिया, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन का नाम है। प्रस्तावित यात्रा प्रतिबंध वाले देशों की लिस्ट ट्रम्प प्रशासन के एक आंतरिक प्रस्ताव में दी गई है। कुछ देशों के अंतिम आदेश में बदलाव हो सकता है।
ओरेंज लिस्ट वाले देश
10 देशों को ओरेंज लिस्ट में रखा गया है। इनके नागरिकों को सशर्त एंट्री मिलेगी। इनमें पाकिस्तान, बेलारूस, इरीट्रिया, हैती, लाओस, म्यांमार, रूस, सिएरा लियोन, दक्षिण सूडान और तुर्कमेनिस्तान जैसे देश शामिल हैं। इन देशों के अमीर और व्यापारी वर्ग के लोगों को शर्तों के साथ अमेरिका में आने की अनुमति दी जाएगी।
यैलो लिस्ट वाले देश
यैलो लिस्ट में 22 देश शामिल हैं। अंगोला, अण्टीगुआ और बरबूडा, बेनिन, बुर्किना फासो, कंबोडिया, कैमरून, केप वर्ड, कांगो गणराज्य, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, डोमिनिका, इक्वेटोरियल गिनी, गाम्बिया, लाइबेरिया, मलावी, माली, मॉरिटानिया, सेंट किट्स और नेविस सेंट लूसिया, साओ टोमे और प्रिंसिपे वानुअतु, ज़िम्बाब्वे शामिल हैं। इन देशों के लोगों को प्रवेश की अनुमति तब दी जाएगी जब वह 60 दिनों के भीतर अमेरिकी चिंताओं का समाधान कर देंगे।
क्यों तैयार किया ड्राफ्ट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने आगाह किया कि ये सूची विदेश विभाग द्वारा कई सप्ताह पहले तैयार की गई थी और व्हाइट हाउस पहुंचने तक इसमें बदलाव होने की संभावना थी। दूतावासों और विदेश विभाग के अधिकारी तथा अन्य विभागों और खुफिया एजेंसियों के सुरक्षा विशेषज्ञ इस ड्राफ्ट का रिव्यू कर रहे हैं।