अगर आप भी बाबा राम देव की दिव्य फार्मेसी के कोई मेडिसिन खा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। दरअसल हाल ही में पतंजलि की दिव्य फार्मेसी कंपनी के 14 प्रोडक्ट्स पर राज्य की लाइसेंस ऑथोरिटी ने बैन लगा दिया है। इसमें दिव्य फार्मेसी की खांसी की दवा से लेकर कई तरह की टैबलेट शामिल हैं। आपको बता दें दिव्य फार्मेसी की दवाओं पर भ्रामक विज्ञापन मामले को लेकर ये बैन लगाया गया है। वहीँ आयुर्वेदिक उत्पादों के भ्रामक प्रचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद उत्तराखंड सरकार ने पतंजलि पर एक बड़ी कार्रवाई की और पतंजलि के 14 उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस निलंबित कर दी। यह जानकारी उत्तराखंड सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सोमवार शाम हलफनामा दायर कर दी गई है।
दिया रोकने का निर्देश
बता दें दिव्य फार्मेसी बाबा रामदेव के पतंजलि प्रोडक्ट्स का निर्माण करने वाली कंपनी है। 29 अप्रैल को राज्य के लाइसेंस ऑथोरिटी ने बाबा रामदेव की फर्म को खांसी, ब्लड प्रेशर, शुगर, लिवर, गोइटर और आई ड्राप के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 14 दवाओं के उत्पादन को रोकने का निर्देश जारी किया है।
लाइसेंस ऑथोरिटी का क्या है कहना
आपको बता दें लाइसेंस ऑथोरिटी ने बैन लगाते हुए कहा कि 10 अप्रैल, 2024 को उच्चतम न्यायालय के समक्ष उपस्थित होकर दिव्य फार्मेसी तथा पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा किए गए भ्रामक विज्ञापनों के संबंध में कृत कार्यवाही से माननीय उच्चतम न्यायालय को अवगत कराया गया था, जिससे जुड़ी ये कार्रवाई की गई है। आदेश में अधिकारियों ने ब्लड प्रेशर, मधुमेह, गोइटर, ग्लूकोमा और उच्च कोलेस्ट्रॉल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बीपीग्रिट, मधुग्रिट, थायरोग्रिट, लिपिडॉम टैबलेट और आईग्रिट गोल्ड टैबलेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।
आखिर कौन हैं वे प्रोडक्ट्स जिन पर लगा है बैन
- स्वसारी गोल्ड
- स्वसारी वटी
- ब्रोन्कोम
- स्वसारी प्रवाही
- स्वसारी अवलेह
- मुक्त वटी एक्स्ट्रा पावर
- लिपिडोम
- BP ग्रिट
- मधु ग्रिट
- मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर
- लिवामृत एडवांस
- लीवॉरिट
- पतंजलि दृष्टि आई ड्राप
- आइग्रिट Gold