हड्डी का कैंसर बेहद गंभीर प्रकार का कैंसर माना जाता है, जो एक जानलेवा स्थिति पैदा कर सकता है। चुंकि यह एक दुर्लभ बीमारी है और इसलिए इसके मामले कम ही देखने को मिलते हैं। बोन कैंसर के शुरुआती लक्षण जल्दी नजर नहीं आते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुरुआत में इसका इलाज करना बेहद मुश्किल है। दरअसल इसके लक्षण कई बार बहुत सामान्य होते हैं और दुर्लभ बीमारी होने के कारण लोग अक्सर इन्हें इग्नोर कर दते हैं। पीठ या शरीर के किसी हिस्से में लगातार दर्द रहने जैसे मामूली लक्षण भी बोन कैंसर का संकेत हो सकते हैं और इसलिए इसकी समय-समय पर जांच जरूरी है। खासतौर पर उन लोगों को समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए, जिनके परिवार में पहले किसी को हड्डी या शरीर के किसी अन्य हिस्से में कैंसर हो चुका है।
बोन कैंसर तब होता है जब एक ट्यूमर या टिश्यूज असामान्य रूप में हड्डी में बनने लगता है। इसे बोन सार्कोमा भी कहा जाता है। कैंसर के ट्यूमर बहुत खतरनाक होते हैं और यह काफी तेजी से शरीर में फैलते हैं। हड्डी का कैंसर एक बार हो जाए तो वह धीरे-धीरे फैलने ही लगता है, दोबारा ठीक होने चांसेस कम रहते हैं।
हड्डी के कैंसर की शुरुआत
हड्डी का कैंसर आपके शरीर के किसी भी हड्डी में शुरू हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर पैल्विक हड्डी या पैरों या बाहों में लंबी हड्डियों, जैसे आपकी पिंडली, फीमर या ऊपरी बांह में शुरू हो सकता है। हड्डियों में शुरू होने वाला कैंसर बेहद अनकॉमन है। एक बार यह हो जाए तो बेहद खतरनाक रूप ले सकता है। बोन कैंसर शरीर के किसी भी हड्डी में शुरू होकर दूसरे हड्डी तक फैल सकता है।
हड्डी के कैंसर के टाइप
- प्राइमरी हड्डी के कैंसर सभी हड्डी के कैंसर में सबसे गंभीर हैं। वे सीधे हड्डियों या आसपास के टिश्यूज में बनते हैं।
- सेकेंडरी बोन कैंसर आपके शरीर के दूसरे हिस्से से आपकी हड्डियों तक भी फैल सकता है या मेटास्टेसिस कर सकता है। यह कैंसर प्राइमरी हड्डी के कैंसर से ज्यादा नॉर्मल है।
- ओस्टियोसारकोमा
ओस्टियोसारकोमा या ओस्टियोजेनिक सार्कोमा यह आमतौर पर बच्चों और यंग लोगों को अपना शिकार बनाता है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है। बोन कैंसर की शुरुआत हाथ और पैरों की लंबी हड्डियों के ऊपरी हिस्सों पर होता है। ओस्टियोसारकोमा कूल्हों, कंधों या शरीर के दूसरे हिस्से में भी शुरू हो सकता है। यह हार्ड टिश्यूज को प्रभावित करता है जो आपकी हड्डियों की बाहरी लेयर होता है। ओस्टियोसारकोमा प्राइमरी हड्डी के कैंसर का सबसे आम प्रकार है, जिससे 2 से 3 हड्डी के कैंसर के मामले सामने आते हैं।
- इविंग सरकोमा
इविंग सरकोमा प्राइमरी हड्डी के कैंसर का दूसरा सबसे आम प्रकार है। यह या तो हड्डियों के आसपास के सॉफ्ट टिश्यूज में या सीधे हड्डियों में शुरू होता है, और यह अक्सर बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है। आपके शरीर की लंबी हड्डियां जैसे आपके हाथ और पैर में होता है।
- कोंड्रोसारकोमा 30 से अधिक उम्र वाले लोगों में होता है। यह शरीर के थाई और कंधों की हड्डियों में शुरू होता है।
हड्डी के कैंसर के लक्षण -
1. हड्डी के किसी हिस्से में लगातार दर्द
पीठ या फिर शरीर के किसी भी हिस्से में हड्डी के आसपास दर्द महसूस होने की स्थिति हड्डी के कैंसर से जुड़ी हो सकती है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन फिर भी एक बार डॉक्टर से इसकी जांच कराना बहुत जरूरी है।
2. हड्डी के ऊपर गांठ महसूस होना
अगर आपको हड्डी के ऊपर कोई गांठ महसूस हो रही है, तो इसे गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह हड्डी में कैंसर का एक संकेत हो सकता है।
3. सूजन या लालिमा महसूस होना
अगर हड्डी में कैंसर बनने लगा है, तो उस हिस्से के आसपास सूजन व लालिमा जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। हड्डी में कैंसर होने पर न केवल हड्डी के उस हिस्से में सूजन व लालिमा होती है, बल्कि हड्डी के आसपास के हिस्से में भी सूजन व लालिमा (इंफ्लेमेशन) देखने को मिल सकी है, जिसे इग्नोर नहीं किया जाना चाहिए।
4. छूने पर गंभीर दर्द होना
इस स्थिति को बोन टेंडरनेस कहा जाता है, जो कई अलग-अलग समस्याओं के कारण हो सकती है और इसमें बोन इन्फेक्शन व बोन कैंसर आदि शामिल हैं। इस स्थिति में हड्डी के प्रभालित हिस्से को छूने पर गंभीर दर्द होता है और अगर आपको अपने शरीर के किसी भी हिस्से में ऐसा महसूस हो रहा है, तो जल्द से जल्द इस बारे में एक बार डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।