यूं ही डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप नहीं माना जाता है। बता दें कि फिलहाल अमेरिका के डॉक्टर ने एक महिला की जान बचाकर यह साबित कर कर दिखाया है जोकि बिल्कुल मौत के करीब थी। जी हां हाल ही में अमेरिका से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां डॉक्टरों की एक टीम ने एक ऐसी महिला की जान बचा ली जिसके हार्ट और गुर्दे लगभग काम करने बंद कर चुके थे। लेकिन डॉक्टरों ने नई तकनीक का इस्तेमाल कर महिला को एक नई जिंदगी देने में सफल रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
अमेरिका के न्यूजर्सी अस्पताल में लिसा पिसानो नाम की महिला भर्ती थी जिसकी किडनी और हार्ट दोनों खराब होने की वजह से उसकी कंडीशन इतनी खराब हो चुकी थी कि उसका ट्रांसप्लांट करना भी संभव नहीं था। यहां तक की महिला ने भी बचने की उम्मीद छोड़ दी थी।
लेकिन डॉक्टरों ने महिला के शरीर में सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट कर और मैकेनिकल मेथड यानि एक यांत्रिक पंप लगाकर महिला की हार्ट बीट को चलाकर उसकी जान बचाने में सफल हुए। हालांकि महिला में सूअर की किडनी का ट्रांसप्लांट पिछले महीने मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में हुई थी।
जिसके बाद बुधवार को डॉक्टरों की टीम ने घोषणा की कि पिसानो की सेहत अब बेहतर है। बता दें कि पिसानो दूसरी महिला हैं जिसके शरीर में सुअर की किडनी सफलतापूर्वक लगाई गई है।
पहला सूअर किडनी ट्रांसप्लांट मार्च में हुआ
बता दें कि किसी जीवित मरीज में सुअर की किडनी का पहला ट्रांसप्लांट मार्च में मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में एक 62 वर्षीय व्यक्ति पर किया गया था। दिन पर दिन अंग दाताओं की हो रही कमी के बीच डॉक्टरों ने मरीज के शरीर में सुअर की किडनी लगाई।
वहीं जिस व्यक्ति को पहली बार सूअर किडनी ट्रांसप्लांट की गई अब पूरी तरह से रिकवर हो चुका है। हालांकि आनुवंशिक रूप से संशोधित सुअर के दिलों को 2023 में मैरीलैंड विश्वविद्यालय में दो रोगियों में ट्रांसप्लांट किया गया था लेकिन दोनों दो महीने से भी कम समय तक जीवित रह सके।