असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद 'वारिस पंजाब दे' संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब से चुनाव लड़ेंगे। अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने बुधवार को असम की डिब्रूगढ़ जेल में उससे मुलाकात की। जिसके बाद राजदेव सिंह खालसा ने अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ने की पुष्टि की। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने अपनी सियासी रणनीति बदलते हुए टकसाली व पंथक कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार पंजाब दे जत्थेबंदी के मुखी अमृतपाल सिंह का समर्थन देने की तैयारी चल रही है। वहीं अगर ऐसा होता है तो खडूर साहिब एरिया के सियासी समीकरण बदल सकते हैं। 1989 में जेल में बंद सिमरनजीत सिंह मान को अकाली दल ने समर्थन दिया था और करीब साढ़े चार लाख मतों से मान विजयी रहे थे।
संसदीय एरिया खडूर साहिब से आम आदमी की ओर से कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को कैंडिडेट बनाया गया था। भाजपा की ओर से मनजीत सिंह मियांविंड को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस और शिअद अभी एक दूसरे की ओर से घोषित होने वाले कैंडिडेट के इंतजार में हैं।
बता दें कि खडूर साहिब से पहले बिक्रम सिंह मजीठिया, बीबी जागीर कौर, सुच्चा सिंह छोटेपुर, मनजीत सिंह व विरसा सिंह वल्टोहा के नाम पर लंबा चिंतन मंथन चलता रहा, परंतु अमृतपाल सिंह के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा के बाद अकाली दल की ओर से समर्थन दिया जा सकता है।
जाने अमृतपाल किस मामले में जेल में है
पिछले साल 23 फरवरी को अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े लोगों ने अजनाला पुलिस थाने पर हमला कर दिया था। अमृतपाल और उसके समर्थक हाथ में तलवार, लाठी-डंडे लेकर थाने पहुंचे थे। जिसके बाद अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई कि मांग को लेकर ये बवाल किया गया था। इस घटना के लगभग दो महीने बाद अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त से उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद रखा गया है।