कुवैत के मंगाफ में बिल्डिंग में आग लगने के कारण अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 50 से अधिक लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक मृतकों में सबसे ज्यादा भारतीय हैं। हादसे में करीब 42 भारतीयों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कुवैत के मंत्री से की बात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत के के विदेश मंत्री अली अल-याह्या से फोन पर बात की। कुवैत ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच करके गुनहगारों को सजा दी जाएगी। जयशंकर ने मारे गए लोगों के शवों को जल्द जल्द भारत भेजने की अपील की है।
कुवैत पहुंचे विदेश राज्यमंत्री
इस घटना के बाद भारत के विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान भी नहीं हो पा रही है। कई शव तो बिल्डिंग की सीढ़ियों पर मिले हैं। भारतीय एयरफोर्स का विमान शवों को ले जाने के लिए तैयार खड़ा है।
बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने पुलिस को मंगाफ बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। बिल्डिंग में 195 से ज्यादा लोग रह रहे थे।
बुधवार सुबह-सुबह लगी आग
आपको बता दें कि कुवैत में बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे 6 मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई। ग्राउंड फ्लोर के किचन से फैली आग इतनी तेजी से बढ़ी कि बिल्डिंग में मौजूद लोगों को निकलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोग बिल्डिंग के अंदर ही फंसे रह गए और धुएं में दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
यह कुवैत में लगी अब तक की सबसे भीषण आग
यह पूरे कुवैत में इमारतों में लगी अब तक की सबसे भीषण आग है। वहीं मरने वालों की संख्या के मामले में देश में दूसरी सबसे बड़ी आग है। इससे पहले अगस्त 2009 में जाहरा शहर में एक महिला ने पति की दूसरी शादी से नाराज होकर शादी के तंबू में आग लगा दी, जिससे 56 महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई।