खबरिस्तान नेटवर्क: ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनाव और भी ज्यादा बढ़ गया है। इसी बीच यमन की सेना ने खुलकर इजरायल के खिलाफ संघर्ष में ईरान का समर्थन करने का ऐलान कर दिया है। यमन की मिलिट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए खुद इस बात का स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंन कहा कि वह इस युद्ध में ईरान के साथ खड़े हैं। वहीं लेबनान ने इस जंग में शामिल होने से साफ मना कर दिया है।
यमन ने किया युद्ध में कूदन का आधिकारिक ऐलान
यमन की सेना ने बयान में जारी करते हुए कहा कि - यमन अब आधिकारिक तौर पर युद्ध में शामिल हो जाएगा। सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध है कि वे हमारी समुद्री सीमा से अपने जहाजों को दूर रखें। इससे पहले भी यमन के हूती विद्रोहियों ने हमास और हिज्बुल्लाह के समर्थन में इजरायल पर लगातार मिसाइल और रॉकेट हमले किए हैं। इसके अलावा यमन ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में भी इजरायल और उसके समर्थक देशों के जहाजों को भी कई बार मिसाइल हमलों का निशाना बनाया है। यमन ने एक बार फिर इजरायल को सख्त चेतावनी जारी की है।
पाकिस्तान ने भी की अमेरिकी हमले की निंदा
ओमान के बाद पाकिस्तान ने भी ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान ने इसे एक गलत और अनुचित कदम करार देते हुए कहा कि है कि ऐसी कार्रवाईयां क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है।