खबरिस्तान नेटवर्क: बठिंडा में पुलिस प्रशासन ने नशा तस्करी पर लगाम कसते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। थाना सिविल लाइन क्षेत्र में नशा रोकने में नाकामयाब होने के कारण एसएसपी अमनीत कौंडल ने थाना सिविल लाइन के एचएचओ रविंदर सिंह और एडिशनल एसएचओ बेअंत सिंह को सस्पैंड कर दिया है। यह कार्रवाई बीती शाम को की गई। इसकी जानकारी खुद एसएसपी अमनीत कौंडल ने दी है।
बड़े पैमाने पर बिक रहा नशा
सुत्रों की मानें तो थाना सिविल लाइन के अंतर्गत आने वाले धोबीआना बस्ती में लंबे समय से बड़े पैमाने पर चिट्टे की तस्करी और बिक्री की शिकायतें मिल रही थी। आस-पास के लोगों ने डीआजी और एसएसपी को इस मामले में कई बार लिखित में शिकायतें भी दी थी। शिकायतों की जांच करने के बाद ही कार्रवाई की गई है।
वीडियो के कारण हुई कार्रवाई
जिस्ट नाम की वीडियो के आधार पर ही कार्रवाई हुई है। यह वीडियो यूट्यूब पर काफी वायरल हो रही है। इसमें धोबीआना बस्ती और बेअंत सिंह नगर में खुलेआम नशा बिकने की जानकारी दी गई थी हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस वीडियो की अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
पहली बार किया गया ऐसा सस्पेंशन
ऐसा पहला मामला सामने आया है कि जब सिविल लाइन के किसी एसएचओ और एडिशनल एसएचओ को उनके एरिया में नशा रोकने में असफल होने के कारण सस्पैंड किया गया है। इससे यह साफ पता चलता है कि बठिंडा पुलिस अब नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।
आगे भी नशे के खिलाफ होगी कार्रवाई
एसएसपी अमनीत कौंडल ने यह साफ किया है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी पुलिस कर्मी या अधिकारी नशे के खिलाफ कार्रवाई करने में सफल नहीं हुआ तो उसके खिलाफ भी सख्त कदम उठाया जाएगा।
पुलिस के द्वारा चलाया सर्च ऑपरेशन
आपको बता दें कि एसएसपी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बठिंडा की धोबियाना बस्ती को हॉटस्पॉट क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। यहां पर नशीली दवाईयों की खुलेआम बिक्री के संबंध में जनता के द्वारा शिकायतें दर्ज की जा रही थी। ऐसे में पुलिस ने इन इलाकों में कई बार अभियान भी चलाए गए हैं जिनमें बड़ी संख्या में फोर्स तैनात करके सघन तलाश कर रही है।