खबरिस्तान नेटवर्क: एअर इंडिया ने अपने ग्राउंड हैंडलिंग वेंचर AISATS के 4 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कह दिया है। ये कार्रवाई इनकी एक पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद हुई है। इन कर्मचारियों ने अहमदाबाद प्लेन हादसे के 8 दिन बाद ऐसी पार्टी की थी। एअर इंडिया की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि - अहमदाबाद प्लेन हादसे की दुखद घटना से प्रभावित परिवारों के साथ हम पूरी संवेदना के साथ खड़े हैं। वायरल वीडियो में कर्मचारी का व्यवहार है वो हमारी कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ है। हमने जिम्मेदार लोगों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दावा किया गया है कि एअर इंडिया के स्टाफ ने 20 जून AISATS के गुरुग्राम ऑफिस में पार्टी की थी। जैसे ही यह खबर वायरल हुई तो सोशल मीडिया पर लोगों ने इन सभी कर्मचारियों की खूब निंदा की है। उन्होंने यह भी कह दिया कि एयर इंडिया के प्लेन क्रैश के बाद कोई कैसे जश्न मना सकता है। यूजर एअर इंडिया की संवेदनशीलता पर भी सवाल उठा रहे थे। ऐसे में इस दौरान एयरलाइन को भी ट्रोल किया गया है।
3 अफसरों को हटाने का दिया आदेश
डीजीसीए ने 21 जून को एअर इंडिया के 3 अफसरों को हटाने का आदेश दिया था। इसमें डिविजनल वाइस प्रेजिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शैड्यूलिंग करने वाली चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल और क्रू शैड्यूलिंग की प्लानिंग से जुड़ी पायल अरोड़ा शामिल थी। तीनों अफसरों के खिलाफ यह कार्रवाई एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन के कारण हुई है। डीजीसीए ने एअर इंडिया को तुरंत प्रभाव से क्रू शैड्यूलिंग और रोस्टरिंग से जुड़े रोल को हटाने का आदेश दिया था।
270 लोगों की हुई थी मौत
अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर के बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी। इन लोगों में से 241 यात्री और क्रू मेंबर भी शामिल थे। सिर्फ एक ही यात्री इस हादसे में जिंदा बचा है। जिन लोगों की मौत हुई उनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इसमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। वहीं बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे और उनका भी इस दौरान निधन हो गया था।
पायलट ने दिया था मेडे कॉल
फ्लाइट रडार 24 के अनुसार, विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर मिला। यह उड़ान भरने के तुरंत बाद मिला था। भारत के सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने बताया कि विमान ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को मेडे कॉल भेजा लेकिन इसके बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। डीजीसीए के अनुसार, विमान में 2 पायलट और 10 कैबिन क्रू समेत 242 लोग सवार थे। पायलट के पास 8,200 घंटे और को पायलट के पास 1100 घंटे की उड़ान का भी अनुभव था।