जालंधर में अवैध माइनिंग पर नकेल डालने के लिए डीसी विशेष सारंगल ने कमेटियों का गठन किया है। जो हर 15 दिन बाद माइनिंग वाली जगह पर चैकिंग करेगी। इस दौरान अगर कोई अवैध माइनिंग करते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कारवाई तो होगी ही साथ में एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
डीसी विशेष सारंगल ने कहा कि माइनिंग गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जिले के प्रत्येक सब डिवीज़न में एसडीएम के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है। जो किसी भी अवैध खनन को रोकने के अलावा, सभी सार्वजनिक और वाणिज्यिक खनन स्थलों का निरीक्षण करेगी।
एसडीएम होगा चेयरमैन
डीसी विशेष सारंगल ने कहा कि जालंधर की 6 सब डिवीज़न जालंधर-1, जालंधर-2, नकोदर, शाहकोट, फिल्लौर और आदमपुर है। कमेटी का चेयरमैन हर डिवीज़न का एसडीएम होगा। कमेटी में संबंधित एसडीओ खनन सदस्य सचिव, जे.ई. माइनिंग, डीएसपी, वन रेंज अधिकारी, बीडीपीओ एवं नायब तहसीलदार सदस्य होंगे।
हर 15 दिन में होगी चेकिंग
कमेटियां नियमित रूप से हर 15 दिन में सार्वजनिक और वाणिज्यिक खनन स्थलों और अवैध खनन की संभावना वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगी और जिला स्तरीय निगरानी समिति को रिपोर्ट सौंपेंगी। कमेटियों से ये भी सुनिश्चित करने को कहा कि कानूनी रूप से चल रहे माइनिंग कार्य प्रभावित न हों ताकि आम लोगों को सस्ती दरों पर रेत प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो।
डिप्टी कमिश्नर ने समितियों को ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जिले में कोई अवैध खनन न हो और दोषियों के खिलाफ तुरंत एफ़आईआर दर्ज की जाए।