खबरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : पिछले महीने हुई भारी बरसात ने पंजाब के कई गांवों को ही डूबो दिया था। हजारों एकड़ फसल पानी में डूब चुकी है। जालंधर जिले में 5 हजार एकड़ के खरीब धान की फसल खराब की रिपोर्ट तैयार की गई। खेतीबाड़ी विभाग ने पहल करते हुए दोबारा से फसलों को खड़ा करने का प्रयास किया और अलग अलग जिलों में जहां जमीने खाली थी वहां पर पनीरी लगवानी शुरु कर दी ताकि बाढ़ का पानी सूखने के बाद खेतों में दोबारा से धान की बिजाई करवाई जा सके।
धुस्सी बांध के नजदीक अभी भी काफी पानी भरा हुआ है और फसलें पानी में तैर रही हैं। लेकिन जहां पर पानी बिल्कुल ही खत्म हो चुका है। वहां पर खेतीबाड़ी विभाग ने पनीरी लगवानी शुरु कर दी है।
एग्रीकल्चर अधिकारी डां. जसविंद्र सिंह ने बताया कि 6460 हेक्टेयर में फसल की बिजाई दोबारा से शुरु करवा दी गई है। ये वह खेत हैं। जहां धान की बिजाई की जानी थी और बाढ़ आ गई। पंजाब सरकार द्वारा किसानों को राहत देने के लिए जहां जहां पनीरी लगवाई गई थी। वहां से किसानों के खेतों में पहुंचाई जा रही है। इसी के साथ गिरदावरी का गांव पटवारियों की तरफ से किया जा रहा है।
15 अगस्त से पहले हर हालत में रिपोर्ट दर्ज करवानी होगी ताकि किसानों को मुआवजा मिल सके। पटवारी पंजाब के गांवों में जाकर गिरदावरी कर रहे हैं। जिस किसान की फसल दोबारा से तैयार हो सकती है। उसे रिपोर्ट में शामिल तो नहीं किया जाएगा। लेकिन उस फसल की जानकारी जरुर दी जाएगी।