farmer made a big effort, did not buy the cylinder for 20 years, the stove is burning smoldering : कृषि के क्षेत्र में सबसे ज्यादा इनोवेशन देखने को मिल रहा है। रोजाना देश से एक नया टेलेंट निकलकर आ रहा है। वहीं घरेलू गैस की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में इससे निपटने के लिए कई लोगों ने शानदार उपाय किए हैं। ये कुछ ऐसे उपाय है, जिसे सुनकर आप भी यह जुगाड़ लगा सकते हैं।
करीब 20 साल से खाना बना रहे किसान
महाराष्ट्र के सोलापुर के एक किसान ने गोबर गैस से ही करीब 20 साल से खाना बना रहे हैं। उन्होंने दो दशक से गैस सिलेंडर नहीं खरीदा है। सोलापुर जिले के बिबिदरफाल के नागेश अर्जुन ननवरे ने बेहद कम पैसों में यह जुगाड़ फिट कर दिया।
रसोई गैस की समस्या का किया समाधान
खबर के मुताबिक, किसान ने सिर्फ 6,000 रुपये खर्च कर रसोई गैस की समस्या का हमेशा के लिए समाधान कर लिया है। किसान पिछले 20 साल से गोबर गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं। रोजाना तीन बार का खाना इस गोबर गैस से मिलने वाले ईंधन पर बनता है।
सालाना 12,000 रुपये की होती है बचत
बातचीत करते हुए बिबिदरफाल के किसान नागेश ननवरे कहा कि वो पिछले 20 साल से घर में गोबर गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं। रोजाना तीन बार का खाना इसी गोबर गैस से बनता है। घरेलू सिलेंडर की कीमतों को देखते हुए, नागेश ननवरे सालाना 12,000 रुपये तक की बचत कर रहे हैं।
20 किलो गोबर व 70 लीटर पानी जरुरी
जिन किसानों के पास जानवर हैं। वे गोबर से गैस बनाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। गोबर गैस बनाने के लिए 20 किलो गोबर और 70 लीटर पानी की जरूरत होती है। इससे रोजाना 6 लोगों का खाना बन सकता है।
बची स्लरी का खेत में खाद का इस्तेमाल
इसके अलावा, गैस बनने के बाद बची स्लरी को खेत में खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। नागेश पहले पुराने तरीके से गोबर गैस बनाते थे। अब वो नई टैक्नोलॉजी के जरिए गोबर गैस बनाने लगे हैं। इससे लागत भी कम हो गई है।
गाय के गोबर से कोई बड़ा नुकसान नहीं
गाय के गोबर से कोई बीमारी नहीं होती है। इससे स्किन से जुड़ी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं। गोबर गैस से खाना भी अच्छा बनता है। किसानों को ज्यादा गैस की जरूरत होने पर गोबर गैस का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और गैस पर होने वाला खर्च भी कम होगा।