पंजाब में जल बसें फिर से चलेंगी। पंजाब सरकार की बैठक में इसे हरी झंडी मिल गई है। आम आदमी पार्टी ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही रंजीत सागर झील में वाटर बसें चलेंगी। कुछ दिन पहले पंजाब सरकार के टूरिज्म डिपार्टमेंट की मीटिंग में इन बसों का मुद्दा उठा था। इस दौरान पता चला था कि करोड़ों की बसें बेकार हो रही है। जिसके बाद बसों के चलाने को लेकर रणनीति बनी। इसके बाद हरिके वेटलैंड में खड़ी जल बसों की चेकिंग करवाई है।
वन विभाग से ली गई सलाह
वहीं, बसों को चलाने के लिए वन विभाग से सलाह की गई है। उम्मीद है कि जल्दी ही लोग इसका आनंद उठा पाएंगे। ट्रांसपोर्ट विभाग की तरफ से इनकी जरूरी मरम्मत व फिटनेस सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
साल 2016 में प्रोजेक्ट हुआ था शुरू
गौरतलब है कि यह बसें अकाली-भाजपा सरकार के समय साल 2016 में खरीदी गई थी। सुखबीर सिंह बादल का यह बसें ड्रीम प्रोजेक्ट था। करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से यह बसे निजी कंपनी से खरीदी गई थी। उस समय यह बसें हरिके वेटलैंड में चलाई गई थी। यह कुल साढ़े नौ करोड़ का प्रोजेक्ट था। लेकिन विपक्ष ने इस घोषणा का मजाक उड़ाया था।
सिद्धू ने कहा -बसों को नीलाम करेंगे
उस समय करीब दस दिन ही बसें चली थी। जिसके बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई थी। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि इन बसों को नीलाम करेंगे कश्मीर की तर्ज पर शिकारे चलाए जाएंगे। हालंकी इसके बाद बसें गैराज में रख दी गई थी।