पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक्साइज और टैक्स डिपार्टमेंट कपूरथला में तैनात दो कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेने और 20 हजार रुपए मांगने के आरोप है। आरोपियों की पहचान इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह और क्लर्क संजीव मलहोत्रा के रूप में हुई है।
विजिलेंस ब्यूरो ने बताया कि दोनों कर्मचारियों के खिलाफ नीरज शर्मा ने शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें उसने बताया कि वह कपूरथला शहर के कियामपुरा में बिजली के सामान की एक दुकान चला रहा है और उसने मार्च महीने में एक कूलर बेचा था। किसी कारणवश कूलर खरीदने वाले ग्राहक के साथ विवाद हो गया, जिसके निपटारे के लिए दोनों कर्मचारियों ने दखल दिया था।
एक लाख रुपए की मांगी थी रिश्वत
नीरज शर्मा ने आगे बताया कि दोनों कर्मचारियों ने उसे मोबाइल फोन पर अपने अकाउंटेंट के पास ऑफिस आने के लिए कहा। जहां बिल में अनियमितताओं के निपटारे के लिए 45 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
इसके बाद क्लर्क संजीव मलहोत्रा ने WhatsApp call पर उससे एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की। लेकिन सौदा 30,000 रुपये में तय हो गया। उसने अगले दिन पहली किश्त के रूप में 10 हजार रुपए दे दिए और अब वह बाकी 20,000 रुपये की मांग कर रहे थे।
विजिलेंस की जांच में आरोप सही पाए गए
इससे परेशान होकर शिकायतकर्ता नीरज शर्मा ने आरोपियों के साथ फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर सबूत के रूप में विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दिया। जांच के बाद दोनों पर आरोप सही पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ जालंधर रेंज में मामला दर्ज किया गया है।
एक्साइज इंसपेक्टर अरेस्ट
विजिलेंस ने आगे बताया कि इस मामले में आरोपी इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह को आज उसके ऑफिस कपूरथला से गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि आरोपी संजीव मलहोत्रा को गिरफ्तार करने की कोशिशें जारी हैं।