आजाद रंगमंच कला भवन फगवाड़ा द्वारा शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह एवं गुरशरण सिंह भाई मन्ना सिंह की जयंती मनाई गई। रविवार 29 सितंबर की शाम को बीबा कुलवंत और संतोख सिंह ढेसी के मार्गदर्शन में हर साल की तरह इस साल भी इप्टा पंजाब के सहयोग से शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह और बाबा बोहर सरदार गुरशरण सिंह जी के जन्मदिन को समर्पित एक नाटक का आयोजन किया गया। पंजाबी नाटक कोरियोग्राफी मंचन के अलावा सम्मान समारोह कला भवन फगवाड़ा में आयोजित किया गया।
मेमोरियल और नट अवार्ड से किया गया सम्मानित
इस अवसर पर पंजाबी अध्यापिका श्रीमती कुलविंदर कौर जी द्वारा तैयार भगत सिंह के जीवन के बारे में कोरियोग्राफी को प्रोफेसर डॉ. द्वारा प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर डाॅ. किरणदीप सिंह प्रमुख पंजाबी विभाग लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा और श्री अमरजीत खटकर डिप्टी डीईओ शहीद भगत सिंह को शहीद भगत सिंह मेमोरियल अवार्ड और प्रोफेसर रविंदर कौर खालसा कॉलेज डुमेली को सरदार गुरशरण सिंह नट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
नशे की गंभीर समस्या को लेकर नाटक किया गया पेश
इसके बाद नशे की गंभीर समस्या को लेकर डाॅ. देविंदर कुमार का नाटक "केही रुत आई" प्रस्तुत किया गया। कलाकारों के अभिनय और संगीत के कॉम्बिनेशन ने दर्शकों को पूरे समय बांधे रखा और नाटक गहरी छाप छोड़ने में सफल रहा। इंद्रजीत पाल, श्रीमती कुलविंदर कौर, अजय बंसल, बबित धुलेटा, तलविंदर सिंह, सुनीता संधू, मेजर, कमल, कृषक नबीता चंबा, तनवीर, राज कुमार, जैस्मीन, अमनिंदर चंबा और कमल ने अपनी भूमिकाए अच्छी तरह से निभाईं और अगमदीप ने संगीत और प्रकाश व्यवस्था संभाली।
मंच संचालन की भूमिका डाॅ. इंद्रजीत पाल एवं डॉ. देविंदर कुमार जी ने संयुक्त रूप से अपना भाषण प्रस्तुत किया। उन्होंने किरणदीप जी के नाटक की प्रभावी प्रस्तुति की सराहना करते हुए इसे लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित कराने का वादा किया। श्री अमरजीत खटकड़ ने कहा कि ऐसी प्रस्तुतिया हर गाव और हर शिक्षण संस्थान में होनी चाहिए ताकि युवाओं को नशे के प्रति जागरूक किया जा सके। इस कार्यक्रम में दर्शकों की भारी भीड़ थी जिसमें श्री तरसेम सिंह अध्यक्ष दोआबा किसान यूनियन, गुरुमीत सिंह पाहड़ा अध्यक्ष इप्टा गुरदासपुर, श्री अर्जन देव, प्रिंसिपल सुरिंदर पाल, के.के. सिंह, जस्सी, सुरिंदर पाल, जितिंदर, हरमीत सिंह, सुखदेव गुंदम, हरमेश पहलवान आदि मौजूद थे।