फगवाड़ा के पास अमृतसर से दिल्ली के लिए चलने वाली 22488 वंदे भारत एक्स्प्रेस ट्रेन पर सुबह पथराव हुआ। हालांकि, यह पत्थरबाजी बच्चों की ओर से की गई शरारत के तौर पर है या फिर किसी शरारती तत्व द्वारा दहशत बनाने के लिए इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है।
यात्रियों में पैदा हुई दहशत
जानकारी मुताबिक ट्रेन के सी-3 कोच पर पथराव किया गया है जिसमें दो विंडोपैन के शीशे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए है। पथराव के बाद यात्रियों में दहशत पैदा हो गई। ट्रेन के सी 3 कोच में यात्रा कर रही गुरुग्राम की रहने वाली पूनम कालड़ा और डाली ठुकराल ने बताया कि जैसे ही वे फगवाड़ा से दिल्ली वंदे भारत ट्रेन एक्सप्रेस में बैठी तो उनके पास वाली सीट के पास जोरदार आवाज सुनाई दी।
उन्होंने बताया कि कुछ समय के लिए तो किसी को कुछ भी पता नहीं चला कि ये क्या हुआ है। लेकिन बाद में जब गहनता से सारे मामले की जांच की गई तो पाया गया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन केसी-3 कोच को बाहर से अज्ञात व्यक्तियों ने पत्थर मारे है।
वहीं इस मामले को लेकर डीएसपी जसप्रीत सिंह का बयान सामने आया है। एसएचओ सीटी फगवाड़ा ने कार्रवाई करते हुए कहा आरपीएफ और जीआरपी के चार्जेस को लेकर जो भी यात्री अंदर थे उनकी तरफ से कहा गया कि किसी बच्चे द्वारा पथर मारा गया है। बाकी इस मामले की जांच चल रही है।
यात्रियों का कहना बच्चों ने फेंका पत्थर
हालांकि कुछ यात्रियों का कहना है कि ये पत्थर बच्चों ने बाहर से फेंका हैं जबकि कुछ का कहना है कि ये शरारतन पत्थरबाजी की गई है। उधर वंदे भारत ट्रेन पर हुई पत्थरबाजी की सूचना मिलने के बाद मौके पर रेलवे विभाग का स्टाफ व अन्य अधिकारी ट्रेन के सी 3 कोच में पहुंच सारे मामले की जानकारी एकत्र कर रहे हैं। अहम पहलू यह है कि फगवाड़ा गोराया रेलवे ट्रैक पर इससे पहले इस प्रकार किसी भी ट्रेन पर पत्थरबाजी होने की कोई घटना बीते लंबे समय से देखने को नहीं मिली है।
लेकिन जिस तरह आज अमृतसर से दिल्ली के मध्य चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर फगवाडा गोराया रेलवे ट्रैक पर पत्थरबाजी हुई है उसने पुख्ता तौर पर कई सवाल खड़े कर दिए और ये मामला समाचार लिखे जाने तक बड़ी पहेली ही बना हुआ है कि आखिर वंदे भारत ट्रेन पर ये पत्थरबाजी किसने और क्यों की है?