बेअदबी मामलों में गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रदीप कलेर ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में कई खुलासे किए हैं। प्रदीप कलेर ने कहा कि 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी राम रहीम और हनीप्रीत के कहने पर की गई थी। यह पहली बार है जब हनीप्रीत का नाम बेअदबी से जुड़े किसी मामले में सामने आया है।
12 अक्तूबर 2015 में हुई थी बेअदबी
12 अक्तूबर 2015 को बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हुई थी। इस मामले में डेरा सच्चा सौदा मुखी समेत डेरा की राष्ट्रीय समिति के तीन सदस्यों हर्ष धूरी, प्रदीप कलेर और संदीप बरेटा नामजद हैं उक्त तीनों सदस्य तब से ही भगौड़े चल रहे थे। लेकिन फरीदकोट पुलिस ने पिछले महीने गुरुग्राम से केलर को गिरफ्तार किया था।
पुलिस लगातार प्रदीप कलेर का रिमांड लेकर इस मामले में पूछताछ करती रही है। इसी पूछताछ के दौरान प्रदीप कलेर ने दर्ज करवाए गए बयान में कहा है कि बेअदबी घटना को डेरा मुखी तथा हनीप्रीत के कहने पर अंजाम दिया गया था।
प्रदीप कलेर का बयान
प्रदीप कलेर के बयान के अनुसार वह 1987 से डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ा हुआ है और डेरा मुखी ने उसे डेरे के राजनीतिक विंग का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। उसका काम राजनेताओं से मिलना था।बयान के अनुसार 2015 में मार्च या अप्रैल में उसे किसी काम से दिल्ली जाना था। इसी दौरान उसे डेरा मुखी ने बुलाया। वहां राम रहीम, हनीप्रीत, राकेश कुमार उर्फ राकेश दिड़बा, संदीप बरेटा, हर्ष धूरी, महिंदरपाल बिट्टू कोटकपूरा, गुलाब उर्फ गुलाबु, गुरलीन उर्फ राकेश कुमार उपस्थित थे।
वहां बिट्टू ने बाबा के ध्यान में लाया कि एक सिख प्रचारक द्वारा बुर्ज जवाहर सिंह वाला में धार्मिक कार्यक्रम किया गया था। इसमें धर्म प्रचारक से प्रेरित होकर कुछ प्रेमियों ने डेरे द्वारा दिया जाने वाला लॉकेट जिसमें बाबा की तस्वीर होती है को पैरों में फेंक दिया था। यह सुनते ही हनीप्रीत भड़क गई और उसने कहा कि जब उन्होंने लॉकेट फेंके तब आपने क्यों नहीं कुछ किया। इसके बाद बेअदबी की योजना बनाई गई और इसकी जिम्मेदारी डेरे की 45 सदस्यीय कमेटी के सदस्य महिंदरपाल बिट्टू को सौंपी गई।
कलेर ने बताया परिवार के सदस्यों को खतरा
इसके साथ ही अदालत को दिए अपने बयान में कलेर ने दावा किया कि उसे और उसके परिवार के सदस्यों को डेरा प्रमुख, हनीप्रीत और अन्य से जान का खतरा है। वहीं दूसरी ओर डेरा प्रेमियों के केसों की पैरवी करने वाले एडवोकेट केवल बराड़ ने कहा कि एसआईटी राजनीतिक दबाव के चलते झूठी कहानियां बना रही है।