Talking About T20 World Cup 2024 India Squad : भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में अकसर लेफ्टी बल्लेबाजों की कमी खलती है, यही वजह है मौजूदा समय में टीम मैनेजमेंट बाएं हाथ के बल्लेबाजों को लगातार प्लेइंग XI में मौका दे रहा है। इस समय टॉप ऑर्डर में यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा के साथ मिडिल और लोअर ऑर्डर में शिवम दुबे और रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ियों का ऑडिशन जारी है। हालांकि पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 की भारतीय प्लेइंग XI में इनमें से कोई एक ही लेफ्टी अपनी जगह बना पाएगा। आकाश चोपड़ा ने इंडिया वर्सेस अफगानिस्तान दूसरे T20I के बाद 'एक्स' पर लिखा 'दुबे की स्ट्राइकिंग पावर अविश्वसनीय है। यशस्वी का कौशल और इरादा सराहनीय है। फिर रिंकू है। तीन लेफ्टी वर्ल्ड कप चयन के लिए बेहद मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। लेकिन किस्मत ने चाहा...उनमें से केवल एक को ही प्लेइंग XI में जगह मिलेगी।'
T20 फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे
अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे T20I में यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे ने खूब धूम मचाई। यशस्वी ने 34 गेंदों पर 5 चौकों और 6 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 68 रनों की तूफानी पारी खेली, वहीं दुबे ने 32 गेंदों पर 5 चौकों और 4 शानदार छक्कों के दम पर नाबाद 63 रन बनाए। दोनों के बीच इस मैच में तीसरे विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी हुई। वहीं रिंकू सिंह लगातार इस फॉर्मेट में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
आपके पास टॉप-3 में कीपर नहीं
कुछ दिनों पहले आकाश चोपड़ा ने इसकी वजह अपने यूट्यूब चैनल पर बताई थी। पूर्व क्रिकेटर ने कहा था 'मुझे लगता है कि बाएं हाथ के खिलाड़ी वर्ल्ड कप में नहीं होंगे। जब आप अपने टॉप 6 बल्लेबाज चुनते हैं, तो आपको सिर्फ एक बाएं हाथ का बल्लेबाज मिलेगा...सिर्फ एक... मैं मजाक नहीं कर रहा हूं। अगर रोहित और विराट कोहली पारी की शुरुआत करते हैं और सूर्यकुमार यादव तीसरे नंबर पर आएंगे। आपके पास टॉप-3 में कोई कीपर नहीं है।
बाएं हाथ का खिलाड़ी न देख पायें
अगर जितेश विकेटकीपिंग करते हैं तो वह दाएं हाथ के खिलाड़ी हैं। अगर हार्दिक नीचे आते हैं तो वह भी राइड हैंडर हैं। मिडिल में सिर्फ एक बाएं हाथ का बल्लेबाज जगह बनाएगा।' उन्होंने आगे कहा, 'इस समय तक देखा जाए तो वो बाएं हाथ का खिलाड़ी रिंकू सिंह होगा। आपको पास टीम में एक या दो बाएं हाथ के खिलाड़ी और होंगे। पिछले साल बाएं हाथ के खिलाड़ियों को मौके देने की तैयारी करने के बाद भी हम उन लेफ्ट हैंडर्स के लिए जगह नहीं बना पाएंगे।'