उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माता चिंतपूर्णी के दरबार में शारदीय नवरात्र मेले का शुभारंभ किया गया। पहले नवरात्र पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने मां चिंतपूर्णी के दरबार में नतमस्तक होकर पवित्र पिंडी के दर्शन किए। मेले के चलते चिंतपूर्णी मंदिर को देश विदेश से मंगवाए गए रंग बिरंगे सुंदर फूलों से सजाया गया है।
मंदिर में दर्शनों के चलते लागू की गई धारा 144
जिससे मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती है। वहीं प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए हुए है। इसके साथ ही समूचे मेला क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची के साथ ही मंदिर में दर्शनों की अनुमति दी जा रही है।
जिला प्रशासन रख रहा पूरी निगरानी
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका के धाम चिंतपूर्णी में रविवार को शारदीय नवरात्र मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया। मेले को लेकर मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है, मंदिर की रंग बिरंगे फूलों से साज सज्जा की गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर इंतज़ाम किए है। मेले के दौरान मंदिर परिसर इलाके में नजर रखने के लिए CCTV कैमरों से जिला प्रशासन पूरी निगरानी रख रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पूरा मेले के भीतर आते क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है और मुख्य जगहों पर पुलिस बैरियर लगाए गए हैं।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिए गए अहम फैसले
नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को मां के दर्शन पर्ची सिस्टम से ही होंगे। मां के मंदिर में नारियल चढ़ाने पर रोक रहेगी। प्रशासन ने यह फैसला भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है। वहीं मेला क्षेत्र को चार सैक्टरों में बांटा गया है और हर एक सैक्टर में मेला मैजिस्ट्रेट और मेला पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। चिंतपूर्णी मंदिर अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
नवरात्रों में नौ देवियों की पूजा
वहीं चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने कहा कि नवरात्रों में नौ देवियों की पूजा की जाती है, उन्होंने कहा कि श्रद्धालु नवरात्रों में आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति के लिए उपवास भी रखते है। पुजारी संदीप कालिया की आज पहला नवरात्रा है और चिंतपूर्णी में 23 अक्तूबर तक शारदीय नवरात्र मेला मनाया जाएगा।