खबरिस्तान नेटवर्क। विजिलेंस रिमांड पर चल रहे आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा की अचानक तबियत बिगड़ गई। उन्हें चेकअप के लिए सिविल अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरी इलाजे के बाद विजिलेंस उन्हें वापस साथ ले गई।
पहले ये अफवाह उड़ी थी कि रमन अरोड़ा को हार्ट की प्राब्लम हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार रमन अरोड़ा की अचानक तबियत बिगड़ गई थी। पहले सूचना आई थी कि रमन अरोड़ा की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही मेडिकल टीम एंबुलेंस लेकर विजिलेंस दफ्तर पहुंच गई है।फिर विजिलेंस की गाड़ी में रमन अरोड़ा को अस्पताल ले जाया गया। सिविल अस्पताल से निकलते वक्त रमन अरोड़ा बीते दिन के मुकाबले कुछ परेशान नजर आए। बीते दिन वह कोर्ट में हंसते हुए आए थे। विजिलेंस के अफसर ने सिविल अस्पताल से निकलते वक्त कहा कि उन्हें रूटीन मेडिकल के लिए लाया गया है।
हैरानी की बात यह है कि सिविल अस्पताल से रमन अरोड़ा को ले जाने के बाद बीच रास्ते से दोबारा गाड़ी मोड़ी गई और रमन अरोड़ा को फिर से सिविल अस्पताल लाया गया है। बीपी बढ़ने की शिकायत के चलते दोबारा रमन अरोड़ा का चेकअप करवाया गया। जिसके बाद डॉक्टरों द्वारा रमन अरोड़ा को चैकअप के बाद भेज दिया गया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए रमन अरोड़ा ने खुद बताया कि वह ठीक हैं। वहीं विजिलेंस की टीम दोबारा मेडिकल जांच के बाद रमन अरोड़ा को विजिलेंस दफ्तर ले गई। बीते कल अदालत में पेश कर विजिलेंस विभाग ने विधायक अरोड़ा का 5 दिन का रिमांड हासिल किया था।
विधायक रमन अरोड़ा पांच दिन के विजिलेंस रिमांड पर हैं। पूछताछ में विजिलेंस को कई नए तथ्य हाथ लगे हैं। निगम के बिल्डिंग ब्रांच के एटीपी सुखदेव वशिष्ठ की ओर से जो फर्जी नोटिस लगाए जा रहे थे उनकी कापी विधायक के घर से मिली है। विजिलेंस का कहना है कि उक्त नोटिस रमन अरोड़ा की शह पर ही चिपकाए जा रहे थे।
शुक्रवार को सुबह विजिलेंस ने की थी रेड
शुक्रवार को विजिलेंस की टीम ने रमन अरोड़ा से उनके घर पर करीब छह घंटे पूछताछ की थी। विजिलेंस को अरोड़ा के घर से करीब एक किलो सोना और छह लाख रुपए मिले थे। रमन अरोड़ा के समधी राजू मदान और उनके पीए रोहित के घर पर भी रेड की गई है। रमन अरोड़ा को गिरफ्तार करने से पहले विजिलेंस ने एटीपी वशिष्ठ को गिरफ्तार किया। रमन अरोड़ा के खिलाफ सबूत जुटाने के बाद उनके ऊपर कार्रवाई की गई है। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक विधायक पर आरोप है कि जालंधर नगर निगम के जरिए उन्होंने लोगों को नोटिस भिजवाए। फिर रुपए लेकर नोटिसों को रफा-दफा करा दिया। इस मामले में FIR भी दर्ज की जा चुकी है।
सिक्योरिटी वापस ली गई थी
कुछ दिन पहले ही रमन अरोड़ा की सारी सिक्योरिटी वापस ले ली गई थी। सिक्योरिटी वापस लेने के बाद ही उनके ऊपर एटीपी वशिष्ठ को लेकर सवाल उठे थे। मगर अरोड़ा ने तब कहा था कि उनका एटीपी से कोई लेना देना नहीं हैै। उधर, एटीपी वशिष्ठ का रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।