पंजाब में पंचायत चुनाव के ऐलान के बीच गुरदासपुर में सरपंच पद के लिए 2 करोड़ की बोली लगी है। हालांकि, अभी फैसला नहीं हुआ है। 2 करोड़ की बोली लगाने वाले आत्मा सिंह ने कहा कि सरपंच पद के लिए इससे ऊपर भी जाना होगा तो जाएंगे। हालांकि ग्राम प्रधान ने मौके पर कोई निर्णय नहीं लिया, इस संबंध में अलग से बैठक बुलाई गई है। डेरा बाबा नानक के गांव हरदोरवाल कलां में सरपंच पद के लिए यह बोली रविवार को लगी है। यह बोली गांववालों की सहमति से लगी है। गांववालों के मुताबिक, बोली से मिला पैसा गांव के विकास कार्य पर खर्च होगा।
दो करोड़ की बोली लगाने वाले आत्मा सिंह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं। जानकारी के अनुसार गांव में सरपंच पद के लिए ऐसी बोली पहली बार लग रही है। बोली लगाने वालों में आत्मा सिंह, जसविंदर सिंह बेदी, निरवैर सिंह शामिल थे। बोली लगाने के लिए गांव से गुरुद्वारा साहिब में घोषणा की गई। हालांकि, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल का कोई भी प्रतिनिधि नहीं आया।
पहले 1 करोड़ की लगाई बोली
पहले जसविंदर सिंह बेदी ने 1 करोड़ की बोली लगाई। लेकिन आत्मा सिंह ने तुरंत 2 करोड़ की बोली लगा दी। इसके बाद किसी और ने बोली नहीं लगाई। बोली लगाने के लिए आज शाम का समय रखा गया है। अगर कोई और बोली बढ़ाना चाहता है तो बोली लगा सकता है। बता दें कि आत्मा सिंह के पिता भी सरपंच रह चुके हैं।
15 अक्टूबर को चुनाव
पंजाब में 15 अक्तूबर को पंचायत चुनाव होंगे। इसी दिन रिजल्ट भी आएंगे। वहीं, चुनाव के लिए 27 सिंतबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, जो चार अक्तूबर तक चलेगी।
4 अक्टबूर तक चलेगी नामांकन प्रक्रिया
बता दें कि राज्य चुनाव आयोग ने ऐलान किया था कि 15 अक्तूबर को पंजाब में पंचायत चुनाव होंगे। इसी दिन रिजल्ट भी आएंगे। वहीं, चुनाव के लिए 27 सिंतबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, जो चार अक्तूबर तक चलेगी।
नोटा का भी कर सकेंगे इस्तेमाल
राज्य के इलेक्शन कमिश्नर राज कमल चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी और बताया कि राज्य में पंचायत चुनाव के लिए कुल 19,010 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। मतदान बैलेट पेपर से होगा। 1,33,97,932 कुल मतदाता ग्राम पंचायत चुनाव में वोट डालेंगे। इस बार मतदाता नोटा का भी इस्तेमाल कर सकेंगे।
चुनाव को लेकर हाईकोर्ट पहुंचा था मामला
बता दें कि पंजाब में जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत के चुनाव न कराए जाने को लेकर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई थी। कुछ दिन ही पंजाब सरकार ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में जवाब देते हुए इन्हें जल्द करवाने की बात कही थी।
13 हजार ग्राम पंचायतें हो चुकी भंग
बता दें कि पंजाब में तकरीबन 13,000 ग्राम पंचायतें पहले ही भंग हो चुकी थी। दो सप्ताह पहले शेष 153 में से 76 पंचायत समितियों को भी सरकार ने भंग कर दिया था। राज्य में कुल 13241 पंचायतें हैं। जबकि 153 ब्लॉक समितियां और 23 जिला परिषद हैं। इनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 को पूरा हो गया था।
होशियारपुर में सबसे ज्याद पंचायतें
राज्य में सबसे ज्यादा 1405 पंचायतें होशियारपुर जिले में हैं, जबकि पटियाला में 1022 पंचायतें हैं। बीते साल दिसंबर से भंग पंचायतों के चुनाव अभी तक पेंडिंग चल रहे थे।
6 महीने पहले ही पंचायतें कर दी थी भंग
पंजाब सरकार ने गत साल पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने से पहले ही इन्हें 11 अगस्त 2023 को भंग कर दिया था। जिस वजह से विवाद खड़ा हो गया था। अधिकतर सरपंच इसके विरोध में आ गए थे। उनकी दलील थी कि 6 महीने रहते हुए सरकार उन्हें हटाकर उनके अधिकारों का हनन कर रही है।
वह सरकार की तरफ से नियुक्त नहीं किए गए हैं। जबकि लोगों ने चुन कर भेजे हैं। इसके बाद यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया था। जिसके बाद पंचायतों को दोबारा बहाल किया गया था।