चंडीगढ़ म्यूनिसिपल भवन में नियुक्ति पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान ने एक बार फिर विपक्ष को खुली बहस की चुनौती दी। उन्होंने अकाली दल और भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर भी तंज कसा। वह बोले कि इनमें से कोई 1 नवंबर को मंच पर नहीं आएगा, क्योंकि ये डरते हैं।
CM ने कहा कि पंजाब के जो टोल प्लाजा बंद करवाए हैं, वे कई साल पहले बंद होने चाहिए थे। कंट्रैक्ट बार-बार रिन्यू किए गए। इनमें पिछली सरकारों की हिस्सेदारियां थी। इन्होंने लोगों को लूटा है। 1 नवंबर को मैं बहस पर जरूर जाउंगा। खुद सुखबीर बादल, सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की कुर्सियां लगाउंगा।
इतना ही नहीं, इनकी कुर्सियों के आगे इनका मनपसंद खाना, सुखबीर बादल के आगे पीजा व डाइट कोक, प्रताप सिंह बाजवा के आगे ब्लैक कॉफी, सुनील जाखड़ के आगे संतरे का जूस और राजा वड़िंग के आगे चाय रखवाउंगा। जो इन्हें पसंद हैं, मैं रखवाउंगा... लेकिन ये आएंगे नहीं, क्योंकि ये डरते हैं।
मैं सिर्फ SYL नहर पर ही चर्चा नहीं करूंगा। 1965 के बाद पंजाब कैसे लूटा गया। इस पर बहस होनी है। मुझे मुंह जुबानी सब याद है, लेकिन ये आते नहीं, क्योंकि उन्हें पता है, बहस में पहुंचेंगे तो फंस जाएंगे। सच सुनना सबसे औखा (मुश्किल) है।