यूपी में एक बार फिर से ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची गई है। रायबरेली में डंपर के ड्राइवर ने रेलवे ट्रैक पर मिट्टी डाल दी। पर ट्रेन के लोको पायलट की इस पर नज़र पड़ गई और उसने इमरजैंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। अगर लोको पायलट का ध्यान नहीं जाता तो एक और बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था।
लोको पायलट की वजह से बची जान
इस मामले पर ट्रेन के गार्ड ने बताया कि ट्रेन आउटर पर थी, इसलिए धीमी रफ्तार में चल रही थी। जिस कारण लोको पायलट की नज़र पड़ गई और उसने ट्रेन रोक दी। अगर ट्रेन की रफ्तार तेज होती, तो डिरेल हो सकती थी। पर लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।
आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
पुलिस ने बताया कि डंपर से रेल पटरी पर कुछ मिट्टी गिरी थी, जिसे हटवा दिया गया। मिट्टी हटाने के बाद ट्रेन की आवाजाही दोबारा शुरू हो गई। डंपर के ड्राइवर ने यहां मिट्टी क्यों डाली? वो कौन था? इसकी जांच की जा रही है।
पिछले 2 महीने छठी ट्रेन डिरेल की कोशिश
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और रेलवे की टीम मौके पर पहुंच गई और जांच-पड़ताल की। रेलवे ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं। ट्रेन रायबरेली से कानपुर जा रही थी। पूरा मामला रघुराज सिंह रेलवे स्टेशन की क्रॉसिंग का है। यूपी में 52 दिन में ट्रेन पलटाने की साजिश की यह छठी घटना है।