Now no one will lose their life, bullet ambulance will reach everywhere : देश में एक बुलेट एंबुलेंस यानी बाइक एंबुलेंस आ चुकी है। इस एंबुलेंस को Royal Enfield की 350cc की बाइक की साइड कार के रूप में डेवलप किया गया है। ये साइड कार ही बाइक के साथ कनेक्ट होकर पेशेंट यूनिट का काम करती है। बुलेट एंबुलेंस के फाउंडर अजय गुप्ता हैं, जिन्होंने DRDO की टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर इसे तैयार किया है।
कंपनी मोटोलैंस ने शोकेस किया
हाल में हुए Auto Expo में उनकी कंपनी मोटोलैंस ने इसे शोकेस किया था। बुलेट एंबुलेंस की पेशेंट यूनिट में एक फुल स्ट्रेचर लगाया गया है, जो संकरे रास्तों पर जाने के लिए व्हील चेयर में कन्वर्ट हो जाता है। वहीं पैंसेजर की सेफ्टी के लिए स्ट्रेचर ऑटो लॉक भी इसमें मिलता है।
एंबुलेंस में टेलीमेडिसन यूनिट भी
बुलेट एंबुलेंस में मरीज को स्टेबल रखने के लिए ईसीजी यूनिट, ऑक्सीजन यूनिट, ब्लीडिंग कंट्रोल यूनिट, ब्लड यूनिट और पेशेंट स्टेबलिटी मैकेनिज्म भी लगाया गया है। इस एंबुलेंस में एक टेलीमेडिसन यूनिट भी है, जो एंबुलेंस ऑपरेटर को डॉक्टर से कनेक्ट करने का काम करती है। इसे मरीज के इलाज में तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है।
एयर फिल्टरेशन की तकनीक
इस एंबुलेंस के केबिन में एयर फिल्टरेशन की टेक्नीक लगी है, जो मरीज को रास्ते में साफ हवा देती है। वहीं इसमें शॉक ऑब्जर्वर भी लगे हैं. ये मोटर व्हीकल एक्ट के सभी पैमानों पर खरी उतरती है। बुलेट एंबुलेंस की खास बात इसकी कीमत है। ये 350cc की बाइक के साथ करीब 7 लाख रुपए में तैयार हो जाती हैं। हालांकि इसमें कई फीचर्स को अलग से जोड़ना होता है।