मेनिनजाइटिस को दिमागी बुखार भी कहते हैं। ये एक खतरनाक बीमारी है, जो लक्षण दिखने के कुछ ही घंटे में व्यक्ति की जान ले सकती है। मैनिंजाइटिस एक संक्रामक रोग है जिसके चलते हमारे मस्तिष्क के भीतरी भाग में सूजन आ जाती है। अगर इसमें थोड़ी लापरवाही भी की जाए तो ये दिमागी बुखार का कारण बन सकता है। यह बीमारी किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को हो सकती है। दिमागी बुखार संक्रामक रोग है, जिसके वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कई माध्यमों से पहुंच सकते हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए बचपन में ही बच्चों को मेनिनजाइटिस के टीके लगाए जाते हैं। मेनिनजाइटिस या दिमागी बुखार होने पर इसका तुरंत इलाज जरूरी है, अन्यथा मामला गंभीर हो सकता है। आज हम इस खतरनाक बीमारी के कुछ लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
मैनिंजाइटिस एक दिमाग से संबंधित रोग है, जो लापरवाही होने पर काफी खतरनाक हो सकता है। वहीं बात करें इसके नाम की तो ये मेनिन्जेस से जुड़ा हुआ है। मेनिन्जेस हमारे दिमाग का वह भाग होता है जो हमारे मस्तिष्क के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। इस बीमारी के चलते हमारे दिमाग के इस भाग में ही सूजन आ जाती है।
इसके क्या लक्षण है -
मेनिनजाइटिस के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- तेज़ बुखार
- भयंकर सरदर्द
- गर्दन में अकड़न
- समुद्री बीमारी और उल्टी
- मरीजों में प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता होती है
- भ्रम या परिवर्तित मानसिक स्थिति
- त्वचा पर लाल चकत्ते (कुछ प्रकार के बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस में अधिक आम)
अगर आप या आपका कोई परिचित इन लक्षणों का अनुभव करता है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
क्यों खतरनाक रोग है मेनिनजाइटिस?
मेनिनजाइटिस को खतरनाक रोग माना जाता है क्योंकि शरीर पर इसके कई हानिकारक प्रभाव देखने को मिलते हैं। हालांकि अगर सही समय पर इलाज किया जाए, तो मेनिनजाइटिस के रोगी को ठीक किया जा सकता है। मेनिनजाइटिस के कारण रोगी के शरीर में निम्न प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
- सुनने की क्षमता हमेशा के लिए जा सकती है।
- याद करने की क्षमता खत्म हो सकती है।
- छोटे बच्चों को सीखने में परेशानी हो सकती है।
- शिशु का दिमाग अविकसित या अल्पविकसित हो सकता है।
- किडनी फेल होने का खतरा होता है।
- कुछ मामलों में व्यक्ति की मौत भी हो जाती है।
ऐसे करें बचाव
- समय-समय पर हाथों को धोते रहें।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से पहले मुंह को ढक लें।
- घर में किसी के संक्रमित हो जाने पर घर की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
कुछ जरूरी सावधानियां
सफाई का रखें विशेष ध्यान
बदलते मौसम में साफ-सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इससे सभी तरह के संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपनी जरूरत की चीजों जैसे टूथपेस्ट, टॉवल, साबुन आदि को किसी के भी साथ साझा करने से बचें।
पर्याप्त पानी पिएं
डॉक्टर हमें रोज 3-4 लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं। क्योंकि पानी हमारे शरीर से टॉक्सिन को बाहर कर देता है। आप भी संक्रमण से बचने के लिए रोज कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पीएं।
डॉक्टर से करें संपर्क
यदि आपको मैनिंजाइटिस से जुड़ा कोई भी लक्षण देखने को मिलता है तो बिना देर किए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि ये एक गंभीर समस्या है जिसमें लापरवाही बरतना जानलेवा हो सकता है। किसी भी बीमारी से बचाव ही उसका सबसे अच्छा उपचार है। यदि आप बताए गए सभी उपायों को फॉलो करते हैं तो इससे बीमारी का खतरा काफी कम हो जाएगा।