पिछले 9 महीने से बदले की आग में झुलस रहे इजराइल ने बुधवार सुबह हमास चीफ इस्माइल हानिये को मार दिया है। हमास ने भी हानिये की मौत की पुष्टि की है। चौंकाने वाली बात यह है कि हानिया को गाजा, फिलिस्तीन या कतर में नहीं, बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में मारा गया है।
पूरे घर को ही उड़ा डाला
ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इसकी पुष्टि की है। IRGC ने बताया- तेहरान में उसके घर को निशाना बनाकर स्ट्राइक की गई। इसमें हमास प्रमुख इस्माइल हानिये और उसके एक बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई।

75 सालों का सबसे बड़ा हमला किया था
हालांकि अब तक इजराइल का इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है। हमास की लीडरशिप मिलने के बाद हानिये ने दिसंबर 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी। हानिये की देखरेख में ही हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर(2023) को इजराइल पर 75 सालों का सबसे बड़ा हमला किया था जिसमें 1200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हानिये की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। हालांकि ईरानी सरकारी चैनलों ने इजराइल को दोषी ठहराना शुरू कर दिया है। हानिये मंगलवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान में थे।
कहा जा रहा है कि इजरायल ने 7 अक्टूबर को अपने देश में हुए खून-खराबे का बदला पूरा कर लिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हानिया को गाजा, फिलिस्तीन या कतर में नहीं, बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान के घर में ही मारा है।
1 दिन पहले ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल हुए
दरअसल, हमास चीफ इस्माइल हानिये मंगलवार (30 जुलाई) को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ। इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी। इसके अगले ही दिन (बुधवार) यानी की आज सुबह-सुबह ईजरायल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था।
फिलिस्तीनी संगठन हमास की कई इकाइयां हैं, जो राजनीतिक, फौजी या सामाजिक काम-काज संभालती हैं। हमास की नीतियां एक कंसल्टेटिव बॉडी तय करती है। इसका मुख्यालय गाजा पट्टी इलाके में ही है। अब तक हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में थी, जो इसका चेयरमैन था।
उसने 2017 से खालिद मेशाल के उत्तराधिकारी के तौर पर ये काम संभाला था। वो कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का काम-काज देखता था। दरअसल, मिस्र ने उसके गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी।
7 अक्टूबर से जारी जंग
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर 2023 से जारी है। तब हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे। हमास ने 250 नागरिकों को बंधक भी बना लिया था। दावा है कि अब भी 150 बंधक हमास के कब्जे में है।
वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है।