पटियाला में गुरुवार(23 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली हुई। रैली में जा रहे फरीदकोट से भाजपा उम्मीदवार हंस राज हंस की गाड़ी को किसानों ने घेर लिया। किसानों ने संगरूर रोड स्थित पसियाना चौकी के पास धरना लगाया हुआ था। वहीं इसी को लेकर हंस राज हंस आज लोगों के सामने भावुक होते दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि मैं मौत से नहीं डरता। वह फ़क़ीर ही क्या जो मौत से डर जाए। अगर 1 जून तक जिंदा रहे तो जरूर मिलेंगे। लेकिन कुछ हो जाता तो उनकी सोच को कायम रखना।
हंस राज हंस ने कहा लोगों को बताना कि वह हमारे लिए आया था और बलिदान देना पड़ा। कल की वीडियो कोई भी देख लें कि मैं निडर होकर बैठा था। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि टाइम आ गया है, लेकिन डर यह था उनके बच्चे ड्राइवर और फोर्स को कुछ ना हो। उनहोंने कहा कि मेरे जाने के बाद कुछ ऐसे बच्चे पैदा करना जो गरीबी-अमीरी का पहाड़ खत्म कर सके।
किसानों की मांगें सदन तक उठाते रहे है
इस दौरान उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वह दिल्ली से चुना गया सांसद था। उन्होंने कहा कि वह किसानों की मांगे भी लोकसभा सदन में उठाते रहे। हंस के कहा कानून उन्होंने नहीं बनाए लेकिन फिर भी वह मुद्दों को लोकसभा में उठाते रहे। उन्होंने कहा कि उधर किसी से कोई जाति दुश्मनी नहीं है।
1 हजार लोगों ने गाड़ी पर हमला किया
इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते दिन उन्हें एक हजार लोगों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया। इस घटना में 2 व्यक्ति घायल हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि टाइम आ गया और शहादत के बिना कौम नहीं जागती। हंस ने कहा कि वह नहीं चाहते गांवों में लोग झगड़े करें और वह नहीं चाहते कि लोगों को लड़वाकर वह सांसद बने। उन्होंने कहाकि आपस में सभी लोग भाईचारा कायम रखो।
2 तारीख के बाद बात करेंगे
हंस ने कहा कि मैंने यह कहा था कि 1 जून तक सब्र करों और 2 तारीख तक जो परेशान कर रहे उनसे बात कर लेंगे, लेकिन उनकी किसी के साथ कोई लड़ाई नहीं है। किसानों को गलतफहमी हो गई है। हंस ने कहा कि वह हाथ जोड़ कर माफी मांगते है।