पाकिस्तान के कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एयरपोर्ट के पास रविवार रात ब्लास्ट हो गया। जिसमें 2 चीनी नागरिकों की मौत हो गई और 17 लोगों के घायल होने की खबर है। एयरपोर्ट के बाहर सड़क पर इलाके से धुआं उठने लगा और सड़क पर आग की लपटें भी दिखाई दे रही थी।
जानकारी के मुताबिक, विस्फोट की चपेट में आई 7 गाड़ियां नष्ट हो गई। फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने पर ही साफ होगा कि यह आतंकवादी वारदात है या दुर्घटना। बैन संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, दूसरी ओर इस धमाके पर परस्पर विरोधी बातें सामने आ रही हैं। कहा जा रहा है कि इस ब्लास्ट को पूरे शहर में सुना गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देर रात अचानक एयरपोर्ट के पास तेज धमाके की आवाज आई। एयरपोर्ट के पास के इलाके से धुआं उठने लगा और सड़क पर आग की लपटें भी दिखाई दे रही थी। इस घटना की वीडियो भी सामने आई है।
बीएलए ने ली हमले की जिम्मेदारी
पुलिस और राज्य सरकार ने कहा कि एयरपोर्ट के बाहर एक टैंकर में धमाका हुआ। जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा धमाका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार के अधिकारी के हवाले से बताया कि विस्फोट के नेचर का अभी पता नहीं चला है। वहीं, पत्रकारों को ईमेल किए गए एक बयान में, अलगाववादी उग्रवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने दावा किया है कि यह विस्फोट उनकी ओर से वीइकल बॉर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस के जरिये किया गया है।
चीनी इंजीनियरों को निशाना बनाकर हमला
बीएलए ने दावा किया है कि ये हमला कराची के एयरपोर्ट से आ रहे चीनी इंजीनियरों और निवेशकों के निशाना बनाकर किया गया था।वहीं, दूसरी ओर इस हमले से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें कारों में आग की लपटें और घटनास्थल से धुंए का एक बड़ा सा गुबार उठता हुआ दिखाई दे रहा है।
चीन की तरफ से जारी किया गया बयान
कराची एयरपोर्ट के पास हुए विस्फोट में अपने दो नागरिकों की मौत के बाद पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने एक बयान जारी किया है। इसमें दूतावास ने कहा है कि 6 अक्टूबर को रात लगभग 11 बजे, पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड के चीनी कर्मचारियों को ले जा रहे एक काफिले पर कराची के जिन्ना एयरपोर्ट के पास हमला किया गया, जिसमें दो चीनी मारे गए, एक चीनी घायल हुआ और कुछ स्थानीय लोग हताहत हुए हैं।
पाकिस्तान में चीनी दूतावास और महावाणिज्य दूतावास ने तुरंत एक आपातकालीन योजना शुरू की है, जिसमें पाकिस्तानी पक्ष से हमले की पूरी तरह से जांच करने, अपराधियों को कड़ी सजा देने और पाकिस्तान में चीनी नागरिकों, संस्थानों और परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का अनुरोध किया गया है।
क्या है बीएलए?
बीएलए पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित बलूचिस्तान राज्य की स्वतंत्रता चाहता है, जो अफगानिस्तान और ईरान की सीमा पर है। अगस्त में, इसने प्रांत में समन्वित हमले किए, जिसमें 70 से ज्यादा लोग मारे गए। बीएलए विशेष रूप से चीनी हितों को लक्षित करता है, विशेष रूप से अरब सागर पर ग्वादर के रणनीतिक बंदरगाह को।
उसका मानना है कि इस प्रॉजेक्ट के जरिए यहां के लोगों का शोषन हो रहा है और पाकिस्तान के साथ इसमें बीजिंग भी शामिल है। यही वजह है कि इस एरिया में काम करने वाले कई चीनी नागरिकों को बीएलए निशाना बना चुका है। बीएलए कराची में बीजिंग के वाणिज्य दूतावास पर भी हमला कर चुका है।