अमृतसर में एसजीपीसी दफ्तर में बीते दिन 3 अगस्त को कर्मचारी दरबारा सिंह की हुई हत्या में खुलासा हुआ है। आरोपी कर्मचारी सुखबीर सिंह का साथ उसके बेटों ने दिया था। पुलिस ने सुखबीर सिंह और उसके बेटों अर्श व साजन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। तोनों आरोपी फरार चल रहे हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से छापेमारी की जा रही है।
बेटी भगाने के आरोप में की हत्या
जानकारी मुताबिक, सुखबीर और दरबारा सिंह के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा था। दोनों के एक दूसरे से पारिवारिक संबंध रखते है। सुखबीर की बेटी किसी के साथ घर से भाग गई थी। उसका मानना था कि उसके भागने में दरबारा सिंह का हाथ है। जिस को लेकर दोनों में विवाद हुआ।
बेटों के साथ कृपाण से किया हमला
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(SGPC) के महासचिव प्रताप सिंह ने कहा था कि दोनों का सुबह भी झगड़ा हुआ था। जिसे लेकर सुखबीर काफी में गुस्सा था और बदला लेने के लिए अपने बेटों के आया और दरबारा सिंह पर कृपाण से हमला कर कत्ल कर दिया।
दरबारा सिंह अकाउंट ब्रांच में काम करता था
ये घटना गोल्डन टेंपल के अकाउंट्स डिपार्टमेंट में दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई थी। दोपहर में गोल्डन टेंपल में दोनों के बीच फिर से झगड़ा शुरू हो गया। सुखबीर सिंह एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी में कार्यरत था और दरबारा सिंह अकाउंट ब्रांच में काम करता था। दोपहर करीब डेढ़ बजे सुखबीर अपने बेटों के साथ अकाउंट्स ब्रांच में दरबारा के पास पहुंचा। वहां पहले दोनों के बीच बहस हुई।
5 बार छाती पर किए वार
पुलिस ने बताया कि दरबारा की छाती पर वार किए गए। करीब 5 बार तलवार के वार से दरबारा सिंह वहीं बेहोश होकर गिर गया। जिसके बाद सुखबीर अपने दोनों बेटों के साथ मौके से फरार हो गया। जिसके बाद दरबारा सिंह को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।