दिल्ली सरकार ने दिव्यांगजनों को अब हर महीने 5 हजार रुपये पेंशन की घोषणा की है। सोमवार को दिल्ली सरकार की कैबिनेट बैठक में इस फैसले पर मुहर लगा दी गई है। दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने दिव्यांगजनों को ज्यादा से ज्यादा मदद करने का फैसला किया है।
60 फीसदी से ज्यादा डिसएबिलिटी वालों को मिलेगी पेंशन
यह लाभ सिर्फ उन को मिलेगा जिसकी डिसएबिलिटी 60 फीसदी से ज्यादा होगी। साथ ही सरकार ने साफ कहा है कि डिसएबिलिटी का क्राइटेरिया भी डॉक्टर की जांच के बाद ही तय किया जाएगा जिससे सिर्फ जरूरतमंदों को ही योजना का लाभ मिले।
चेन्नई में भी दिव्यांगों को महीने के 1000 रुपये दिए जाते हैं
इससे पहले चेन्नई में भी दिव्यांगों को महीने के 1000 रुपये दिए जाते हैं। दिल्ली सरकार ने उस राशि को बस और ज्यादा बढ़ाने का काम कर दिया है। इस फैसले के बारे में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिव्यांगजनों की और ज्यादा मदद करने का फैसला किया है। मैं साफ कर दूं कि दिल्ली पूरे देश में दिव्यांगजनों को हर महीने इतनी राश की पेंशन देने वाला पहला राज्य होगा।
दिल्ली में कितने दिव्यांग?
2011 के आंकड़े बताते हैं कि दुनिया की 15 फीसदी आबादी किसी न किसी रूप में दिव्यांगता का सामना कर रही है। दिल्ली में करीब 2,34,882 दिव्यांग हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार लगभग 9,500 से 10,000 लोग ऐसे हैं, जिन्हें पर्सन विद हाई स्पेशल नीड्स कहा जा सकता है। इस समय दिल्ली सरकार 1,20,000 दिव्यांगजनों को पेंशन देती है। जिनकी दिव्यांगता 42 प्रतिशत से अधिक है। उनका मेडिकल सर्टिफिकेट और यूडीआईडी कार्ड बनता है, जिससे उन्हें पेंशन का अधिकार मिलता है।