क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार(15 फरवरी) को 4.86 प्रतिशत की तेजी देखी गई। दो साल से ज्यादा में पहली बार 52000 डॉलर पार किया है। बिटकॉइन का प्राइस 52,044 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं Bitcoin ETF में इनवेस्टमेंट बढ़ा है। इसमें लगी कुल रकम एक लाख करोड़ डॉलर को पार कर गई है।
इन करेंसी में भी बढ़ोतरी
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 5.70 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस 2,792 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था पिछले दो दिनों में यह 150 डॉलर बढ़ा है। इसके अलावा Avalanche, Solana, Ripple, Chainlink, Tron, Cardano Polkadot के प्राइस बढ़े हैं। जानकारी मुताबिक पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5.32 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.95 लाख करोड़ डॉलर पर था।
Gadgets 360 के मुताबिक क्रिप्टो मार्केट में तेजी देखी गई। बिटकॉइन और Ether के प्राइस इस साल के हाई लेवल पर हैं। इसका बड़ा कारण बिटकॉइन स्पॉट ETF में इनवेस्टमेंट बढ़ना है। Ether के लिए अगला रेजिस्टेंस 2,900 डॉलर का है और इसके बाद यह 3,300 डॉलर तक जा सकता है। कुछ अन्य टोकन्स में भी पिछले कुछ दिनों में 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
क्रिप्टो मार्केट को कुछ बड़े देशों के नेताओं के साथ इनवेस्टर्स से भी बढ़ावा मिल रहा है। इस हफ्तें की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। पिछले महीने अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC ने बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड( ETF) को स्वीकृति दी गई थी।
टैक्स घटाने के किए थे निवेदन
देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स ज्यादा होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था।
इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हुए थे। केंद्र सरकार ने लगभग डेढ़ साल पहले हर क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था।
RBI ने बताया था खतरा
इससे क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी आई है। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट को लेकर चेतावनी दी है। हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इमर्जिंग मार्केट्स को खतरे की चेतावनी को दोहराया था।