प्रधानमंत्री मोदी के बिहार के लोगों पर दिए गए बयान पर संगरूर से कांग्रेस उम्मीदवार सुखपाल खैहरा ने जवाब दिया है। खैहरा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बिहार की रैली में कहा था कि पंजाबी बिहार से आने वाले लोगों का बायकॉट कर रहे है। उनको पंजाब में नहीं आने दे रहे है। दरअसल बिहार और कई राज्यों से काम के सिलसिले से लोग पंजाब आते हैं।
वहीं इस पर खैहरा ने कहा कि अगर बिहार या अन्य राज्य से लोग आते है तो हम उनका स्वागत करते है। पैसे कमाने है जिंदगी बनानी है या परिवार पालने है तो हम उनका दिल से स्वागत करते है। लेकिन पक्के तौर पर यहां सेटल होना है तो उसके लिए लॉ बनना चाहिए।
पंजाब अपनी डेमोग्राफी संतुलन को बनाए रखना चाहते है
खैहरा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश टेनेंसी एक्ट 1972 इस लॉ के मुताबिक कोई गैर हिमाचली बिना शर्तें पूरी किए न तो वहां पर जमीन ले सकता है न तो नौकरी ले सकता है, खैहरा ने कहा ये रूल प्रधानमंत्री मोदी के अपने राज्य गुजरात में भी है। ये लॉ उत्तराखंड में भी बनाया गया है। पंजाब अगर डेमोग्राफी संतुलन को बचाना चाहता है तो प्राइवेट मेंबर्स बिल स्वीकर विधानसभा में जनवरी 2023 का दिया हुआ है। ये कोई गैर पंजाबी के खिलाफ नहीं है। जैसे हिमाचल में शर्तें रखी गई है उसी तरह पंजाब में भी शर्तें पूरी करके लोग रह सकते हैं।
गुजरात से सिखों को क्यों निकाल रहे
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री हमारे खिलाफ तो बोल रहे है लेकिन पीएम ने गुजरत के कच्छ इलाके में सिख किसानों के टाइटल ऑनरशिप 3 4 साल पहले क्यों रद्द किए। ये जमीने लाल बहादुर शास्त्री जी ने उन्हें दी थी। मैं अपनी स्टेटमेंट पर कायम हूं। प्रधानमंत्री ये भी बता दें कि गुजरात से सिखों क्यों निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैरा किसी गैर पंजाबी को टारगेट करने का मतलब नहीं है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में आयोजित एक जनसभा के दौरान कहा था कि ये लोग बिहार के परिश्रमी साथियों का अपमान करने में जुटे हैं। पंजाब में कांग्रेस के एक नेता हैं, दिल्ली में कांग्रेस के शाही परिवार के ये खासमखास हैं। पंजाब के कांग्रेस के ये नेता कहते हैं कि बिहार के लोगों का पंजाब में बहिष्कार करना चाहिए।