लुधियाना के सिविल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में एक शख्स पर जूते और थप्पड़ से हमला किया गया। अस्पताल में पुलिस चौकी होने के बावजूद इलाज कराने आए लोग खुलेआम आपस में झगड़ते रहते हैं। सिविल अस्पताल में अब आए दिन मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में युवक की जूतों से पिटाई
बीती रात करीब 11.30 बजे इलाज करवाने आए एक व्यक्ति को दूसरे पक्ष के 10 से 12 लोगों ने सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में जूतों से मारा और थप्पड़ मारे। इस दौरान अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात एएसआई, सिपाही और सुरक्षा गार्ड दोनों पक्षों का बचाव करते रहे। हालांकि इसके बावजूद हमलावर उसे थप्पड़ मारते रहे और जूतों से मारते रहे।
युवक ने घर पर हमला कर 3 महिलाओं समेत 6 लोग किए घायल
इसके साथ ही दूसरे पक्ष के लोगों का आरोप है कि उक्त युवकों ने उनके घर पर हमला कर घर की 3 महिलाओं समेत कुल 6 लोगों को घायल कर दिया। जिसके बाद उक्त आरोपी मेडिकल कराने अस्पताल पहुंचा। मामले की सूचना मिलते ही थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस और चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने हमलावरों को इमरजेंसी से बाहर निकाला और घायलों को इलाज के लिए संबंधित थाने भेजा।
जानें पूरा मामला
जानकारी देते हुए ललित मोहन ने बताया कि उनका बेटा बुधवार शाम को घर के बाहर कार पार्क कर रहा था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति के घर में फूलों का गमला गिर गया। जिससे वह नाराज हो गया और पड़ोस के घर में रहने वाली महिला से अभद्रता कर दी। रात करीब 10 बजे जब ललित मोहन काम के बाद उससे बात करने गया तो उक्त पड़ोसियों ने उस पर हमला कर दिया।
इमरजेंसी वार्ड में मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने किया हमला
जब वह रात 11:30 बजे सिविल अस्पताल में उपचार के लिए आया, तो पहले से ही इमरजेंसी वार्ड में मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने उस पर थप्पड़ों और जूतों से हमला कर दिया। हमले में ललित मोहन गंभीर रूप से घायल हो गये।
जांच में जुटी पुलिस
वहीं दूसरे पक्ष के विनोद कुमार ने बताया कि ललित मोहन ने अपने परिवार के साथ मिलकर उनके परिवार पर हमला कर दिया। हमले में विनोद कुमार, उनकी पत्नी रेखा, बेटा करण लाहौरिया, बेटी बेबी, छोटा भाई पुष्पिंदर लाल और मां घायल हो गए। घायलों ने सिविल अस्पताल में इलाज कराया और मामले की शिकायत थाने में दी। वहीं पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।