साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 18 सितंबर को लगने जा रहा है। इस दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण के एक अशुभ खगोलीय घटना के तौर पर देखा जाता है।
मान्यता है कि जब ग्रहण लगता है तो मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि सहित देश-दुनिया पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिलता है।
इन तीन राशियों पर डालेगा बुरा प्रभाव
मीन राशि
मीन राशि वालों पर चंद्र ग्रहण के अच्छे प्रभाव देखने को मिलेंगे। चंद्र ग्रहण के बाद मीन राशि वालों को आर्थिक लाभ होने की संभावना है। यदि मीन राशि वालों का कोई काम बहुत दिन से रुका हुआ है तो वह भी पूरा हो सकता है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों पर पितृ पक्ष के दौरान लगने वाला चंद्र ग्रहण बुरा प्रभाव डालेगा। चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से इन राशि वाले जातकों को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बनी रहेगी। परिवार में बड़ों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं। स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ सकता है।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण काफी दुखदायी रहने वाला है। चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव के कारण नौकरी जा सकती है। पारिवारिक रिश्तों में भी मन-मुटाव देखने को मिल सकता है। आस-पास व्याप्त शत्रु आपको परेशान कर सकते हैं।
चंद्र ग्रहण कब लगेगा?
17 या 18 सितंबर, इसकी डेट को लेकर कई लोगों में भ्रम है। ये ग्रहण आपके जीवन पर क्या प्रभाव डालेगा, इन तमाम प्रश्नों का उत्तर यहां दिए जाएंगे। साथ ये भी जानेंगे कि ये चंद्र ग्रहण धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कितना महत्वपूर्ण होने वाला है-
चंद्र ग्रहण कब लगता है?
मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) तब लगता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है, जिसके कारण चंद्रमा की सतह पर छाया रहती है। संरेखण के आधार पर, ग्रहण के चंद्रमा आंशिक रूप से या पूरी तरह से अस्पष्ट हो सकता है। आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान, चंद्रमा का एक भाग पृथ्वी की छाया से ढका होता है। जो लाल रंग का दिखाई पड़ता है। नासा के मुताबिक, आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान पृथ्वी की छाया बढ़ती है और पीछे हट जाती है, किंतु कभी भी चंद्रमा को पूर्ण रूप से ढक नहीं पाती है.
चंद्र ग्रहण कहां कहां दिखाई देगा?
आंशिक चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) दुनिया के पांच महाद्वीपों में दिखाई देने वाला है, जिनमें यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका तथा एशिया के कुछ भूभाग शामिल है।
आंशिक चंद्र ग्रहण की तारीख को लेकर क्या भ्रम है?
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 18 सितंबर को लगने जा रहा है, लेकिन कई लोगों को 17 सितंबर को सूतक काल शुरू होने के कारण तारीख को लेकर भ्रम बना हुआ है। ये इस बात का विशेष ध्यान देना जरूरी है कि धार्मिक अनुष्ठान एक दिन पहले शुरू हो जाते हैं, किंतु चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को होगा।
18 सितंबर 2024, बुधवार के दिन चंद्रग्रहण (lunar eclipse 2024) लगने जा रहा है. ब्रह्मांण में घटित होने वाली इस खगोलीय घटना से पूरी दुनिया पर इसका असर देखने को मिलेगा। इस ग्रहण (Chandra Grahan 2024) के बाद देश दुनिया में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है।